लखनऊ : पढ़ाई, नंबर और नौकरी ही न बने एक मात्र उद्देश्य: दिनेश शर्मा
हिन्दुस्तान टीम, लखनऊ । बच्चों के लिए पढ़ाई, नंबर और नौकरी ही एक मात्र उद्देश्य नहीं होना चाहिए। कम फीस लेने वाले स्कूल के बच्चे आगे आएंगे, तभी गुणवत्ता में सुधार संभव होगा। नवयुग शिक्षा में एक अग्रणी संस्था है। एक लड़की कई पीढ़ियों को बदलती है। महाविद्यालय प्रोफेशनल और प्रबंधन जैसे कोर्सेस को शुरू कर इन बालिकाओं के भविष्य को तराश सकता है। यह बातें उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने नवयुग कन्या महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव के दौरान कही।
इस मौके पर महाविद्यालय के सभी कौशल क्षेत्रों में अव्वल रहने वाली आयशा वाहिद को नवयुग रत्न से नवाजा गया। कार्यक्रम का संचालन दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को मिलने वाले पुरस्कार उनको प्रोत्साहन देते हैं। उनको मिलने वाले पुरस्कार उनके नर्सरी का काम करते हैं और आगे बढ़ने में प्रेरणा देते हैं। सरकार ने शिक्षा के स्तर में बड़ा बदलाव किया है। इसके लिए दिल्ली से लेकर यूपी बोर्ड तक आगामी सत्र से एक ही किताबें पढ़ाई जाएंगी।
गेस्ट लेक्चर होंगे विनियमित
उन्होंने कहा कि गेस्ट लेक्चर(कॉन्ट्रैक्ट पर पढ़ाने वाले शिक्षक) के वेतन में जल्द ही वृद्धि हो सकती है। सभी गेस्ट लेक्चर को विनियमित करने के लिए सरकार तैयारी कर रही है।
विदेशी संस्कृति से दूर रहे छात्र
उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति मिलने वाली है, लेकिन कुछ लोग विदेशी तौर तरीकों को अपनाकर अपनी संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं। इससे भारत की एकता और अखंडता धूमिल हो रही हैं।
वार्षिकोत्सव के इस अवसर पर छात्राओं ने ब्राइडल मेकअप, आई मेकअप, हेयर स्टाइल एवं फैशन शो जैसे कौशल विकास की कलाओं का भी प्रदर्शन किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में कलाकार मालविका हरिओम, महाविद्यालय प्रबंधक विजय दयाल, प्राचार्या डॉ. सृष्टि श्रीवास्तव समेत सैकड़ों की तदात में बच्चें मौजूद थे।