सुलतानपुर : डीएम बोले, बोर्ड परीक्षा को कमाई का जरिया बनाने वाले जाएंगे जेल
कार्यालय संवाददाता , सुलतानपुर । बोर्ड परीक्षा को लेकर मंगलवार को डा. रामनरेश त्रिपाठी सभागार में जिलाधिकारी हरेन्द्र वीर सिंह के तेवर काफी सख्त रहे। कहा कि बोर्ड परीक्षा को कैसे कुछ लोगों ने कमाई का जरिया बना लिया है, यह मुझे पता है। कहा कि मैं पूर्वांचल का रहने वाला हूं, अच्छी तरह जानता हूं कि नकल कैसे कराई जाती है। उसे रोकने का फार्मूला भी मैं जानता हूं। कहा, केन्द्र व्यवस्थापक चाह लें तो नकल हो ही नहीं सकती।
जिलाधिकारी ने कहा कि कुछ स्कूल उनके रडार पर है, वे अभी से सुन लें। इधर-उधर करने का प्रयास करेंगे तो कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहें। जिलाधिकारी ने सभी से सहयोग की अपेक्षा करते हुए चेतावनी दी है कि अगर किसी भी विद्यालय तंत्र ने नकल कराने की मंशापाल रखी हो तो वह अभी निकाल दें। इसलिए कि उनका रसूख भी परीक्षा में काम नहीं आएगा। उन्होंने सभी विद्यालयों के प्रबन्धकों को निर्देश दिया कि वे अभी दो दिन के भीतर शपथ पत्र दे दें कि उनके विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे सभी आवश्यक प्रबन्धों के साथ लग गए हैं।
सीडीओ राधेश्याम ने कहा कि जिला सुलतानपुर में इस बार 124 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। जहां हाईस्कूल और इंटर के 85,053 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठेंगे। जिले में 32 परीक्षा केन्द्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। यहां डीआईओएस गिरीश कुमार सिंह ने कहा कि सभी केन्द्रों पर अधिकारी स्तर के मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। सेटिंग की गुंजाइश जीरो परसेंट रहेगी। उन्होंने कहा कि नकल पकड़ने पर केन्द्र के व्यवस्थापकों की जिम्मेदारी मानी जाएगी। उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज होगी। केन्द्र पर फर्जी कक्ष निरीक्षक पाए जाने पर विद्यालय को काली सूची में डाला जाएगा।
अपर पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत त्रिपाठी ने कहा कि बोर्ड परीक्षा केन्द्रों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किये जाएंगे। संदिग्ध और संवेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर खुफिया तंत्र के कर्मी भी लगाए जाएंगे। कहा कि परीक्षा के दौरान केन्द्र के एक सौ मीटर की परिधि के भीतर मीडिया कर्मी भी नहीं जा पाएंगे। खास स्थित में मजिस्ट्रेट के साथ केन्द्र में प्रवेश कर सकते हैं। पर, क्लोज फोटो नहीं ले पाएंगे, जिसमें उत्तर पुस्तिका और प्रश्नपत्र की खिलावट आ सके। बैठक में एडीएम प्रशासन बीडी सिंह, एसडीएम सदर प्रमोद कुमार पाण्डेय एसडीएम जयसिंहपुर प्रियांक सिंह और केन्द्र व्यवस्थापक शामिल रहे।