एटा : स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए जल्द ही स्कूलों में विशेष पहल की जाएगी, स्कूल परिसर के अलावा शौचालयों के अंदर भी स्वच्छता के संदेश चित्रों की पें¨टग के साथ लिखवाए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, एटा: स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए जल्द ही स्कूलों में विशेष पहल की जाएगी। स्कूल परिसर के अलावा शौचालयों के अंदर भी स्वच्छता के संदेश चित्रों की पें¨टग के साथ लिखवाए जाएंगे। साथ ही बंद शौचालयों की स्थिति सुधाकर उन्हें 31 जनवरी तक चालू कराने को लेकर भी अभियान शुरू किया जाएगा।
यूं तो प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में टॉयलेट बनवाने पर काफी जोर दिया गया है। अधिकांश विद्यालयों में निर्माण भी हो चुका है। इसके बावजूद तमाम टॉयलेट बंद हैं या जर्जर हाल में हैं। तो कहीं गंदगी को लेकर उनका इस्तेमाल कर पाना मुश्किल होता है। इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने पंचायती राज विभाग को विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत जरूरत वाले सभी स्कूलों के शौचालयों पर काम कराया जाएगा। इसमें शौचालयों की मरम्मत कराते हुए साज-सज्जा व सफाई के उद्देश्य से तीन फीट ऊंचाई तक टाइल्स लगवाई जाएंगी। साथ ही रोशनदान व नल लगवाए जाएंगे। बालिकाओं के शौचालयों में हुक और आइना भी लगवाया जाएगा। पानी की व्यवस्था के लिए सबमर्सिबिल पंप, तीन सौ लीटर की टंकी और वाशबेसिन की व्यवस्था भी की जाएगी। वहीं विद्यालय के मुख्य द्वार से कक्षा व शौचालय तक जाने वाले मार्ग पर इंटरलॉ¨कग कराई जाएगी। छात्र-छात्राओं में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से शौचालय के अंदर और विद्यालय परिसर की दीवालों पर स्वच्छता के संदेश और इससे संबंधित चित्रात्मक पें¨टग कराई जाएगी। सीडीओ उग्रसेन पांडेय ने बताया कि सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में इन आधारभूत सुविधाओं को पूरा कराने के निर्देश पूर्व में भी दिए गए थे। साथ ही वर्ष 2017-18 की वार्षिक कार्ययोजना में भी इसे शामिल किया गया है। इसके बावजूद तमाम विद्यालयों में काम न होने की स्थिति सामने आ रही है। जो खुले में शौचमुक्त अभियान के मद्देनजर आपत्तिजनक है। डीपीआरओ सहित सभी बीडीओ, एडीओ पंचायत और ग्राम पंचायत सचिवों व प्रधानों को निर्देश जारी किए गए हैं कि अभियान चलाकर इन कामों को 31 जनवरी तक हर हाल में पूरा कराया जाए।