वाराणसी : ठंड अपने चरम पर है। हर दिन दोपहर तक कोहरे की चादर तनी रहती है, दूसरी ओर परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को अब भी स्वेटर का इंतजार
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जागरण संवाददाता, वाराणसी : ठंड अपने चरम पर है। हर दिन दोपहर तक कोहरे की चादर तनी रहती है। दूसरी ओर परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को अब भी स्वेटर का इंतजार है। बच्चों व उनके अभिभावकों की निगाहें शासन से मिलने वाले स्वेटर पर टिकी हैं। हालांकि, कड़ाके की ठंड को देखते हुए डीएम के निर्देश पर कक्षा आठ तक के विद्यालय पांच जनवरी 2018 तक बंद कर दिए गए हैं। लेकिन, जब सरकारी विद्यालय खुलेंगे तो बच्चे बिना सरकारी स्वेटर के ही स्कूल जाएंगे। उन्हें मुफ्त स्वेटर कब मिलेगा, इस बारे में विभाग भी स्पष्ट बताने की स्थिति में नहीं हैं। सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को मुफ्त पाठ्य पुस्तकें, यूनिफार्म, जूता-मोजा का वितरण किया जा चुका है। शासन ने नवंबर तक सभी बच्चों को स्वेटर भी उपलब्ध कराने का एलान किया था। जो उन्हें अभी नहीं मिल सका है।
-टेंडर की आस में बीता दिसंबर
नगरीय निकाय के चुनाव के चलते स्वेटर के लिए नवंबर में टेंडर तक नहीं हो सका था। टेंडर की औपचारिकता में दिसंबर भी बीत रहा है। दूसरी ओर सूबे में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। स्वेटर के अभाव में सरकारी विद्यालयों के बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल जाते रहे। फिलहाल, पांच जनवरी तक बंदी होने से उन्हें राहत मिल गई है।
-जनवरी में स्वेटर आने की संभावना
पांच जनवरी के बाद सरकारी विद्यालय खुलेंगे तो बच्चों को ठंड में जाना होगा। इसे लेकर तमाम अभिभावकों में रोष है। जनपद के 1368 परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक करीब 1.63 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। बीएसए बृजभूषण चौधरी का कहना है कि शासन स्तर पर स्वेटर वितरण की औपचारिकता पूरी हो गई है। शासन से जनवरी में ही स्वेटर आने की संभावना है।