शिक्षकों और कर्मचारियों को मिलेगा पीएफ का तोहफा
ईपीएफओ ने सर्व शिक्षा अभियान में कार्यरत सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को पीएफ स्कीम का तोहफा दिया। इसके लिए निर्देश दे दिए गए हैं। इसी के तहत ईपीएफओ ने कानपुर समेत 6 शहरों के बीएसए को नोटिस जारी कर कार्यरत स्टाफ का अंशदान जमा करने का अल्टीमेटम दिया है। एक हफ्ते में अंशदान जमा न करने पर बैंक खाते सीज कर दिए जाएंगे।
कानपुर समेत 6 शहरों के बीएसए को कोड नंबर का आवंटन ईपीएफओ ने किया था पर उन्होंने कोई पहल नहीं की और किसी भी कर्मचारी का न तो पीएफ स्कीम का रजिस्ट्रेशन कराया और न ही अंशदान जमा किया। जिस पर नोटिस जारी किया गया है। ईपीएफओ एक्ट के तहत 7 ए के तहत भी नोटिस दिया गया है। इसके बाद स्कीम के अंशदान की वसूली के लिए ईपीएफओ बीएसए के बैंक खाते को सीज कर सकेगा और बैंक से अंशदान की पूरी रकम निकालने का अधिकार भी मिल जाएगा। ईपीएफओ ने सभी को मार्च 2017 से स्कीम लाभ देने का फैसला किया है।
क्षेत्रीय भविष्यनिधि आयुक्त मारुति भोई के अनुसार सर्व शिक्षा में अनुदेशक, संविदा कर्मचारी, कस्तूरबा आवासीय विद्यालय का स्टाफ काम कर रहा है लेकिन किसी को स्कीम का लाभ नहीं मिला है। 7ए का नोटिस इसलिए जारी किया गया है ताकि अंशदान जमा हो सके। फिलहाल 94 हजार स्टाफ की सूची दे दी गई है। प्रदेश में 1.72 लाख शिक्षा मित्र भी काम कर रहे हैं,उन्हें भी पीएफ स्कीम का लाभ देना है, उसकी भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रवर्तन अधिकारी संजय बाजपेई का कहना है कि सभी बीएसए को सर्वे रिपोर्ट में मिले कर्मचारियों की सूची के साथ नोटिस दिया गया है। छह शहरों में 94630 का स्टाफ काम कर रहा है पर पीएफ स्कीम कवरेज मात्र 67 का स्टाफ है। इन शहरों में अभियान की 67 इकाइयां काम कर रही हैं।
कितना स्टाफ पीएफ में होगा कवर
-कानपुर में 11157, बरेली -5761,गोरखपुर-54514, लखनऊ-10639, वाराणसी-12444, मेरठ-115