श्रावस्ती : खिली धूप में लगी मस्ती की पाठशाला, बीते कई दिनों से छाए घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बाद बुधवार को निकली तेज और चमकदार धूप से लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ गई।
श्रावस्ती : बीते कई दिनों से छाए घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बाद बुधवार को निकली तेज और चमकदार धूप से लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ गई। मौसम के मिजाज में आए इस बदलाव से लोगों ने राहत की सास ली।
पिछले एक पखवाड़े से कड़ाके की ठंड झेल रहे लोगों के चेहरे बुधवार को खिल उठे। सुबह से ही खिली धूप ने बच्चों, बड़ों और बुजुगरें को बड़ी राहत दी। शहर के पाकरें में जहा बच्चे खेलने के लिए निकल पड़े, वहीं बुजुगरें ने भी धूप का पूरे दिन आनंद लिया। बाजारों में भी रौनक रही। लोगों ने जरूरी सामानों की खरीददारी की। स्कूलों में कर्पूरी ठाकुर जयंती का अवकाश होने और के चलते बच्चों ने बुधवार को खिली धूप की बीच पार्को में मस्ती की पाठशाला लगाई। इस दौरान बच्चों और युवाओं के साथ उनके मम्मी और पापा ने भी जमकर मौज-मस्ती की। इस दौरान बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर भी भीड़भाड़ देखी गई। खिली धूप में बच्चों ने पार्को में क्रिकेट, हॉकी, बैडमिंटन, छुपन-छुपाई, खो-खो आदि खेलों का जमकर लुत्फ उठाया। खेलों के लिए बच्चों और युवाओं ने सुबह से ही पाकरें में जगह घेरने शुरू कर दी। चटख धूप निकलने से बाजारों और नगर की सड़कों पर चहल-पहल काफी बढ़ गई और ग्राहकों के आने से दुकानदारों के चेहरे पर भी खुशी दिखाई दी। शीतलहर का प्रकोप भी कम होने से लोगों को राहत मिली।
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बुजुगरें के लिए है जीवनदायनी
- जिला चिकित्सालय के डॉ. एनएन पांडेय का कहना है कि कड़ी ठंड में खून जम जाता है और हड्डियां अकड़ने लगती हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी बुजुगरें को उठानी पड़ती है। इसलिए ठंड के समय बुजुगरें को धूप में बैठना चाहिए। बच्चों को भी धूप लगाना लाभदायक है।
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यह रहा मौसम का हाल
- बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन में दृष्यता 16.10 किलोमीटर रही। दिन में 11 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पश्चिमी और उत्तरी पश्चिमी दिशा से हवा चलती रही। मौसम में आद्रता अर्थात मौसम में नमी का प्रतिशत 55 रहा।