इलाहाबाद : यूपी बोर्ड परीक्षा छोडऩे का आंकड़ा नए रिकॉर्ड की ओर बढ़ा, अब तक कुल परीक्षार्थियों का आंकड़ा बढ़कर 10 लाख 58 हजार 296 हो गया
इलाहाबाद (जेएनएन)। यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल पर प्रभावी अंकुश लगने की गवाही इम्तिहान से किनारा कर रहे परीक्षार्थी ही दे रहे हैं। इस बार परीक्षा छोडऩे का रिकॉर्ड बन चुका है, अब भी आंकड़ा लगातार बढऩे से हर दिन नया रिकॉर्ड बन रहा है। असल में जो परीक्षार्थी नकल भरोसे रहे हैं वे कुछ दिन इस उम्मीद में परीक्षा देते रहे कि आगे शायद कुछ राहत मिले लेकिन, सख्ती बरकरार होने से नौवें दिन तक परीक्षा छोड़ी जा रही है, जबकि पिछले वर्षों में यह आंकड़ा एक हफ्ते बाद ठहर जाता रहा है।
पेपर लीक की सूचना पर तुरंत होती कार्रवाई
यूपी बोर्ड की परीक्षा में शुक्रवार को हाईस्कूल में 1051 व इंटर में 63 नए परीक्षार्थियों ने इम्तिहान को बॉय-बॉय किया है। ऐसे में अब तक कुल परीक्षार्थियों का आंकड़ा बढ़कर 10 लाख 58 हजार 296 हो गया है इसमें हाईस्कूल के छह लाख 28 हजार 560 व इंटर के चार लाख 29 हजार 736 परीक्षार्थी शामिल हैं। बोर्ड प्रशासन इस बार हर जिले की नियमित मॉनीटरिंग कर रहा है, कहीं से भी गड़बड़ी या फिर पेपर लीक होने की सूचना पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है। अब तक आधा दर्जन से अधिक पेपर लीक की घटनाएं होने पर दर्जनों जिलों में प्रश्नपत्र बदले गए हैं, जबकि पिछले वर्षों में पड़ोस के प्रतापगढ़ व कौशांबी जिलों में ही पेपर आउट के पुख्ता प्रमाण को भी बोर्ड ने नहीं माना था, वहां दोबारा परीक्षा तक नहीं कराई गई। हालत यह है कि बोर्ड की कुछ टीमें इन दिनों सिर्फ प्रश्नपत्र पहुंचाने में रात-दिन जुटी हैं। इतना ही नहीं बोर्ड प्रशासन गड़बड़ी वाले जिले के जिलाधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक से सीधे संवाद कर रहा है और फिर शासन के संज्ञान में प्रकरण लाकर कार्रवाई हो रही है। इससे महकमे के अफसर भी अचरज में है, क्योंकि पहले इस तरह से नकल रोकने पर सख्ती नहीं की गई।
नकल रोकने में बड़ी कामयाबी
बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने परीक्षा कार्यक्रम जारी होने के दिन ही कहा था कि इस बार नकल नहीं होगी। उस समय भले ही लोगों को इस पर ऐतबार न हुआ हो लेकिन, सरकार की इच्छाशक्ति से नकल रोकने में बड़ी कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा कि जिन केंद्रों से नकल की सूचना मिल रही है, उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे जिले व केंद्रों को चिन्हित किया जा रहा है। शासन के संज्ञान में यह प्रकरण लाकर कड़ी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे। ज्ञात हो कि बोर्ड प्रशासन अब नकल वाले केंद्रों को लंबे समय तक डिबार करने की योजना बना रहा है।