नई दिल्ली : यूपी के 17084 बेसिक शिक्षा परिषद योजना के तहत कार्यरत शिक्षामित्रों को नहीं मिला 7 माह से मानदेय, 50 से 80 किलोमीटर दूरी पर चलकर कर रहे हैं शिक्षण कार्य।
लखनऊ : 15 हजार शिक्षा मित्रों को पिछले छह महीने से नहीं दिया गया मानदेय
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ । बेसिक शिक्षा परिषद के 15 हजार से अधिक शिक्षा मित्रों को बीते छह माह से मानदेय नहीं दिया गया है। जबकि, सर्व शिक्षा अभियान के शिक्षा मित्रों को जनवरी माह तक मानदेय का भुगतान हो गया है।
राजकीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में परिषद के 15,806 शिक्षा मित्र लंबे समय से सहायक अध्यापक के पद पर कार्य कर रहे हैं। दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि परिषद के शिक्षा मित्रों को मानदेय नहीं मिलने से उनके समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
जबकि, परिषद स्थायी सहायक अध्यापकों को नियमित मानदेय दे रहा है। इस बीच, बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह ने इस संबंध में अनभिज्ञता जाहिर की।
वहीं, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट का अंबेडकरनगर जिला स्तरीय सम्मेलन रविवार को कलेक्ट्रेट के निकट आयोजित हुआ। इसमें शासन द्वारा वित्तविहीन शिक्षकों की उपेक्षा किए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की गई। वक्ताओं ने यूपी बोर्ड परीक्षा कॉपियों के मूल्यांकन का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। कहा कि सरकार ने अपने बजट में वित्तविहीन शिक्षकों के मानदेय को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की है। ऐसे में वित्तविहीन शिक्षक अब शांत नहीं बैठेंगे।