फिरोजाबाद : फीरोजाबाद जिले में आने के इच्छुक शिक्षकों की तो संख्या अभी तक पता नहीं, जिले से बाहर जाने की कतार में 183 शिक्षक
जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : फीरोजाबाद जिले में आने के इच्छुक शिक्षकों की तो संख्या अभी तक पता नहीं, लेकिन जिले के 183 शिक्षक ऐसे हैं जो इस जिले में पढ़ाना नहीं चाहते। यह शिक्षक अपने गृह जनपद या ससुराल में जाने के लिए बेताब हैं। जिला मुख्यालय पर होने वाली काउंसि¨लग में शनिवार को शिक्षकों की भीड़ उमड़ी। शिक्षाधिकारियों की मौजूदगी में यहां पर इनके प्रमाण पत्रों की जांच हुई।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी डॉ.सच्चिदानंद यादव के निर्देशन पर यहां पर काउंसि¨लग हुई। आगरा एवं पड़ोसी जिलों के साथ अन्य जिलों से फीरोजाबाद में पढ़ाने वाली शिक्षिकाएं सुबह ही यहां पर पहुंच गईं। हर ब्लॉक के खंड शिक्षाधिकारी भी अपनी टीम के साथ में प्रमाण पत्रों की जांच कराने के लिए यहां पर उपस्थित रहे। बीआरसी पर ब्लॉकवार अलग-अलग शिक्षकों के अभिलेखों की जांच की व्यवस्था की गई थी, जहां पर शिक्षकों ने अपने प्रमाण पत्रों की जांच कराई। इस दौरान कई महिलाएं अपने साथ में छोटे बच्चों को लेकर आई थी, ताकि अधिकारियों से गुहार लगाकर ऑनलाइन आवेदन में नंबर बढ़वा सकें। कई महिलाओं के साथ आए उनके पति यहां पर बच्चों को खिलाते नजर आए। काउंसि¨लग में खंड शिक्षाधिकारी सुबोध पाठक, तरुण कुमार सहित आदि का विशेष रूप से सहयोग रहा।
गैरहाजिरी ने तोड़े अरमान तो छलक आए आंसू :
कुछ ऐसी शिक्षिकाओं ने भी ऑनलाइन आवेदन किए थे, जो लंबे वक्त से स्कूलों से बगैर बताए गैरहाजिर चल रही थीं। अधिकारियों ने इनके आवेदन को पहले ही रोकने का फैसला ले लिया था। फीरोजाबाद की अनीता शर्मा एवं नारखी की साधना को जब अपने फॉर्म अग्रसारित न होने की जानकारी मिली तो वह रुआंसू हो गई। शिक्षिकाओं ने अपनी अनुपस्थिति के लिए तर्क भी रखे, मगर अधिकारियों ने साफ कहा बगैर बताए छुट्टी पर हैं तो उनके आवेदन अग्रसारित कैसे हो सकते हैं।