महराजगंज : बेसिक शिक्षा विभाग में अंतर जनपदीय स्थानांतरण के लिए डायट में आयोजित शिक्षकों की काउंस¨लग में शनिवार को कुल 825 शिक्षकों ने काउंस¨लग कराई, अवशेष 104 शिक्षकों की काउंस¨लग कल होगी।
महराजगंज: बेसिक शिक्षा विभाग में अंतर जनपदीय स्थानांतरण के लिए डायट में आयोजित शिक्षकों की काउंस¨लग में शनिवार को कुल 825 शिक्षकों ने काउंस¨लग कराई। अवशेष 104 शिक्षकों की काउंस¨लग कल होगी। शासन ने पांच वर्ष से अधिक समय से जिले में शिक्षण कार्य कर रहे पुरुष शिक्षकों तथा महिला शिक्षकों से अंतर जनपदीय स्थानांतरण के लिए आवेदन लिया था । जिसके क्रम में जिले से कुल 929 आवेदन प्राप्त किए गए थे। 10 बजे तक बड़ी संख्या में शिक्षक काउंस¨लग स्थल पर पहुंच चुके थे। विभाग ने काउंस¨लग को सुगमता व सरलता पूर्वक संपन्न कराने के लिए छह काउंटर बनाते हुए खंड शिक्षा अधिकारी मिठौरा धर्मेंद्र पाल, परतावल श्यामसुदंर पटेल व पनियरा आरडी प्रसाद के नेतृत्व में जिला समन्वयक, प्रभारी सह समन्वयक व विभागीय कर्मियों को लगाया गया। काउंटर नंबर एक से काउंटर नंबर पांच तक प्रत्येक काउंटर पर क्रमांक के मुताबिक 150 शिक्षकों को तथा काउंटर नंबर छह पर 179 शिक्षकों की काउंस¨लग कराने की व्यवस्था बनाई गई। काउंस¨लग को सकुशल संपन्न कराने में जिला समन्वयक केडी मिश्रा, शैलेंद्र वर्मा, वीरेंद्र ¨सह, उपेंद्र मणि त्रिपाठी, संजय खन्ना, संजय कुमार, प्रभारी सह समन्वयक रेयाज अहमद खां, अरूण कुमार, संजय जायसवाल, रामसुंदर गुप्ता, केके मौर्य, सुरेंद्र उपाध्याय, संजय यादव, सुरेद्र गुप्त, रामचरन, पारसनाथ, रामअशीष, नित्यांनद पटेल, राममूर्ति, विजय आजाद, सत्यप्रकाश श्रीवास्तव, कुलदीप चौधरी आदि ने योगदान दिया।
बीएसए ने देखी काउंस¨लग व्यवस्था की हकीकत:
बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ल ने काउंस¨लग के दौरान सभी काउंटरों पर पहुंच कर व्यवस्था की हकीकत जांची। उन्होंने काउंटर पर लगाए गए अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बताया कि जिले से कुल 929 शिक्षकों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किया था जिसमें से 825 ने काउंस¨लग करा लिया है। अवशेष लोगों की काउंस¨लग की सुविधा के दृष्टिगत रविवार को भी डायट में एक काउंटर लगाया जाएगा। अवशेष शिक्षक अपनी काउंस¨लग करा सकते हैं।
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छोटे बच्चों को लेकर परेशान रहे शिक्षिकाएं व अभिभावक:
डायट पर काउंस¨लग कराने पहुंची ज्यादातर महिला शिक्षकों के साथ उनके परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे। सर्वाधिक परेशानी उन महिलाओं को हुआ जिनके परिवार का कोई सदस्य मौके पर नहीं था तथा उनके पास छोटे बच्चे थे। महिलाएं काउंस¨लग की कार्यवाही के बीच बच्चों को भी संभालते देखी गईं।