महराजगंज : शैक्षिक वातावरण के लिए शिक्षकों का करें मार्गदर्शन
जागरण संवाददाता, महराजगंज: विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों की भूमिका अहम है। जिम्मेदार पद होने के कारण प्रधानाध्यापकों का यह दायित्व है कि वे विद्यालय में बेहतर शैक्षिक वातावरण विकसित करने के लिए शिक्षकों का मार्गदर्शन करें। साथ ही उन्हें कुछ नया व अलग करने के लिए प्रोत्साहित भी करें। यह बातें डायट परिसर में आयोजित प्रधानाध्यापकों के 10 दिवसीय प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए प्रधानाध्यापक आलोक मणि त्रिपाठी ने कही। उन्होंने कहा कि परिषदीय शिक्षा व शिक्षकों के प्रति समाज की सोच अत्यंत खराब है। यह तभी सुधर सकेगी जब प्रधानाध्यापक व शिक्षक दोनो समन्वय स्थापित कर स्कूल में शिक्षा का उपयुक्त माहौल बनाएंगे। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर ही सामाजिक सोच को परिवर्तित किया जा सकता है। हेसामुद्दीन ने कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के लागू होने के बाद शिक्षा क्षेत्र में स्थितियां काफी बदल गई हैं, फिर भी हमें अपने दायित्वों व कर्तव्यों के प्रति ईमानदार रहना होगा। प्रधानाध्यापक संबंधित विद्यालय में तैनात शिक्षकों की कार्यक्षमता को देखते हुए उन्हें शिक्षण कार्य से जोड़ने का कार्य करें। इस दौरान बालमुकुंद पटेल, मनोज कुमार, कुलदीप समेत बड़ी संख्या में महिला प्रधानाध्यापक मौजूद रहे।