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बदायूं : जहां एक ओर कुछ परिषदीय विद्यालय प्रदेश में अलग ही छाप छोड़ रहे वहीं विद्यालय में जलभराव, चूल्हे पर बन रहा मध्याह्न भोजन

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बदायूं : जहां एक ओर कुछ परिषदीय विद्यालय प्रदेश में अलग ही छाप छोड़ रहे वहीं विद्यालय में जलभराव, चूल्हे पर बन रहा मध्याह्न भोजन

बदायूं : जहां एक ओर कुछ परिषदीय विद्यालय प्रदेश में अलग ही छाप छोड़ रहे हैं। बीएसए से लेकर डीएम तक शिक्षक-शिक्षिकाओं को जागरूक करके जिम्मेदारी का आभास करा रहे हैं। वहीं कुछ विद्यालयों में अभी भी सुधार नहीं हो पा रहा है। शहर से महज दो किलोमीटर दूर विकास क्षेत्र जगत के गांव मियांगंज का प्राथमिक विद्यालय में उन्हीं में शुमार रखता है। जहां व्याप्त जलभराव के कारण बच्चों के गिरने का डर बना रहता है और शासन की मंशा के विपरीत चूल्हे पर मध्याह्न भोजन बनाया जा रहा है। अधिकारियों से शिकायत होने के बाद भी अभी तक सुनवाई नहीं की गई।

खेड़ा नवादा से कुछ ही दूरी पर बना मियांगंज का परिषदीय विद्यालय दूर से तो सुंदर नजर आता है, लेकिन भीतर प्रवेश करते ही बदहाली का मंजर सामने आता है। विद्यालय की रंगाई-पुताई तो बेहतरीन है, लेकिन बाहर स्थिति गंभीर है। गड्ढे में जलभराव है, जिसकी वजह से बच्चों को परिसर में खेलने नहीं दिया जाता है। मध्याह्न भोजन की जिला समन्वयक के अनुसार सभी विद्यालयों में गैस कनेक्शन है, लेकिन इस विद्यालय में कनेक्शन का दूर-दूर तक नाम नहीं हैं। चूल्हा फूंकते रसोइया की आंखें दुख जाती हैं। प्रधानाध्यापक प्रभा वर्मा ने बताया कि पास में तालाब होने की वजह से वहां का पानी चाहरदीवारी के भीतर विद्यालय परिसर में आ जाता है, जिसकी शिकायत कई बार विभाग से शिकायत की जा चुकी है।

इंसेट..

शौचालय होने के बाद भी नहीं होता उपयोग

विद्यालय परिसर के कोने में बने शौचालय तक जाने के लिए ईंटें रखी गई हैं। हल्का पानी भरी रहता है। ईंटें स्लिप होने पर जलभराव में गिरने का डर बना रहता है, इसलिए बच्चे शौचालय की बजाय खेतों में शौच को जाते हैं।

वर्जन..

गैस कनेक्शन के लिए धनराशि आवंटित की गई है। जानकारी की जाएगी इस विद्यालय को बजट मिला या नहीं। विद्यालय में जलभराव की समस्या पास के तालाब की वजह से है। प्रधान के माध्यम से विद्यालय में पटान कराया जाएगा। बच्चों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

- प्रेमचंद यादव, बीएसए

By Jagran

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