SCHOOL BAG, BASIC SHIKSHA NEWS : पहली, छठी के छात्रों को ही बैग: बेसिक शिक्षा विभाग ने अब नए सत्र में बैग वितरण की नीति में किया बदलाव।
परिषदीय विद्यालयों में नए सत्र में सभी बच्चों को स्कूल बैग नहीं बांटे जाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूल बैग का जो टेंडर जारी किया है, वह अनुमानित छात्र संख्या का एक तिहाई ही है। नए सत्र में सिर्फ पहली और छठी क्लास के बच्चों को ही नि:शुल्क बैग वितरित करने की योजना है।
अखिलेश सरकार ने अगस्त 2016 में पहली से आठवीं तक के सरकारी स्कूलों के बच्चों को बैग वितरित करने का फैसला लिया था। हालांकि, अखिलेश यादव के फोटो लगे बैग विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के कारण पूरी तरह वितरित नहीं हो पाए। नई सरकार ने मौजूदा सत्र में पुराने बैग बंटवाने के साथ नई खरीद के जरिए सभी बच्चों को नि:शुल्क बैग उपलब्ध करवाए थे। हालांकि, अनुदानित स्कूलों के बच्चों
पहली, छठी के छात्रों को ही बैग पांच साल तक चलाना होगा.
परिषदीय विद्यालयों में इस समय 1.54 करोड़ बच्चे रजिस्टर्ड हैं जबकि 21 लाख से अधिक बच्चे अनुदानित विद्यालयों में हैं। नए सत्र में 6 लाख नए पंजीकरण का लक्ष्य रखा गया है। इस हिसाब से अनुमानित छात्र संख्या 1.81 करोड़ होती है। बावजूद इसके मात्र 60 लाख बैग के लिए टेंडर जारी किए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक विभागीय चर्चा के बाद यह तय किया गया है कि हर क्लास में बैग वितरित करना जरूरी नहीं है, क्योंकि किताबों की संख्या में बहुत बदलाव नहीं आता है। इसलिए परिषदीय विद्यालयों में पहली और छठी क्लास में दाखिला लेने वाले बच्चों को ही बैग दिया जाएगा। दूसरी से पांचवीं कक्षा के उन्हीं बच्चों को बैग मिलेगा, जिनका नया दाखिला होगा। इसके साथ ही अनुदानित विद्यालयों के सभी बच्चों को इस बार बैग मिलेगा क्योंकि उन्हें पिछली बार बैग नहीं मिल पाए थे। हालांकि, स्कूल बैग की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। इस सत्र में ही कई जिलों से खराब क्वॉलिटी के बैग वितरित किए जाने की शिकायतें आई थी। ऐसे में बैग कई सत्र तक चल पाएंगे, इसे लेकर लेकर संशय की स्थिति है। फिलहाल नए स्कूल बैग के लिए जो टेंडर जारी किए गए हैं, उसमें बैग की एक साल की वॉरंटी की शर्त रखी गई है। बैग में खराबी आने पर फर्म को शिकायत के एक महीने के भीतर उसे ठीक करके देना होगा।
हरे-भगवा रंग के होंगे: टेंडर में बैग के लिए जो मानक तय किए गए हैं उसके अनुसार बैग हरे और भगवा रंग के होंगे। उस पर प्रदेश सरकार और सर्वशिक्षा अभियान का लोगो होगा। फिलहाल तीन साइज के स्कूल बैग के लिए टेंडर किया गया है।
सरकार ने पिछले साल ही यह तय किया था कि एक साल छोड़कर बैग दिए जाएंगे। पिछले साल सभी परिषदीय स्कूलों में बैग वितरित किए गए थे। इसलिए इस बार पहली और छठी क्लास के नव प्रवेशियों को बैग वितरित होंगे। आरपी सिंह, अपर मुख्य सचिव, बेसिक शिक्षा