सिद्धार्थनगर : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों में से ही अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई के लिए प्रत्येक ब्लाक के पांच-पांच विद्यालयों का चयन किया गया
सिद्धार्थनगर : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों में से ही अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई के लिए प्रत्येक ब्लाक के पांच-पांच विद्यालयों का चयन किया गया है। जिले में इसकी संख्या 70 है। इनमें अंग्रेजी विषय से संबंधित 70 प्रधानाध्यापक व 280 सहायक अध्यापकों के पदों पर चयन की कवायद अंतिम चरण में है। विद्यालयों में कार्यरत ऐसे शिक्षकों से आवेदन मांगें गए हैं, जो कम से कम इंटरमीडिएट परीक्षा अंग्रेजी विषय के साथ उत्तीर्ण हो और शिक्षा ग्रहण किया हो। इसके लिए 20 फरवरी तक आवेदन पत्र मांगे गए, पर दोपहर तक 110 आवेदन ही प्राप्त हुए। ऐसे में नए सत्र से संचालन पर संकट के बादल छाने की उम्मीद हैं। अपेक्षित आवेदन न आने के पीछे कई कारण हैं। पहला कि इन स्कूलों पर पीएम, सीएम समेत उच्चाधिकारियों की नजर होने से ड्यूटी मुस्तैदी से करनी पड़ेगी। दूसरा कि अंग्रेजी विषय में कोई खास जानकारी न होने के साथ ही रूचि न होना अहम माना जा रहा है।
शासन को प्रेषित सूची के मुताबिक 70 स्कूलों में नए शिक्षा सत्र से अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होनी है। इन स्कूलों में इस विषय से संबंधित प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक का चयन होना है। इसके लिए कार्यरत शिक्षकों से ही आवेदन मांगे गए। जिसकी अंतिम तिथि 20 फरवरी थी। इस दौरान कुल 110 आवेदन पत्र प्राप्त हुए। ऐसे में 350 का चयन कैसे होगा और नए सत्र से संचालन की कवायद कैसे पूरी होगी, यह बड़ा सवाल है। विद्यालयों में कार्यरत ऐसे शिक्षकों से आवेदन मांगें गए हैं, जो कम से कम इंटरमीडिएट परीक्षा अंग्रेजी विषय के साथ उत्तीर्ण हो और शिक्षा ग्रहण किया हो। प्राप्त आवेदन के बाद लिखित परीक्षा, व्यक्तित्व परीक्षा होगा, जो 50-50 अंक का होगा। कम आवेदन आने के पीछे कारणों की तलाश की गई तो कई अहम ¨बदु सामने आए। प्रधानमंत्री के निर्देशन में नीति आयोग द्वारा जिले को गोद लिए जाने के बाद पीएम, सीएम समेत आला अफसरों की निगाह होने के कारण ड्यूटी के प्रति मुस्तैद रहने के साथ ही शैक्षणिक गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के मद्देनजर आवेदन न देना पहला व अहम कारण है। दूसरा यह कि अर्हता पूरी न कर पाना कारण हो सकता है। बांसी विकास क्षेत्र में सूपा राजा, बड़हरघाट, चेतिया प्रथम, गोल्हौरा व बरांव नानकार स्थित प्राथमिक विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम के लिए चुना गया है। इसी प्रकार खेसरहा में बेलहरी, कडजा, कुडजा, सुपौली व लगुनही, मिठवल में मिठवल, पथरा बाजार, करहि शुक्ल, बाजारडीह व असनहरा, खुनियांव में रतनपुर, जबजौआ, पचमोहनी, दुफेदिया व रमवापुर कली, भनवापुर में असुडी औसानपुर, चौखडा, भनवापुर, विस्कोहर प्रथम व शाहपुर, इटवा में सेमरा, बलुआ, मेहंदानि, संग्रामपुर व गनवरिया पूरब, डुमरियागंज में डुमरियागंज द्वितीय, झहराव, भग्गोपार, भारतभारी व लोहरौली, बढ़नी में परसा स्टेशन, गोल्हौरा, मोहनकोला, पिकौरा व रामनगर, शोहरतगढ़ में गड़ाकुल, परसिया, नीबी दोहनी, गौरा बाजार व चिल्हिया, नौगढ़ में तेतरी प्रथम, कोडरा ग्रांट, थरौली, नगवां महदेवा व नौगढ़ पश्चिम, जोगिया में गंगवल, बभनी बाजार, बंगरा, जोखौलिया, दत्तपुर, बर्डपुर में बढ़या, बर्डपुर प्रथम, कपिलवस्तु, देवियापुर व पंडितपुर, लोटन में सैनुआ, डफालीपुर, पननी, नेतवर व अजान, उस्का बाजार में सजनी, उस्का द्वितीय, बकैनिहा, परसा खुर्द व मर्चह्वा स्थित प्राथमिक विद्यालय अंतिम सूची में सम्मिलित है।बेसिक शिक्षा अधिकारी मनिराम ¨सह ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम में परिषदीय विद्यालयों के संचालन को लेकर प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापकों के लिए प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके तहत 20 फरवरी तक 110 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। सभी की लिखित व व्यक्तित्व परीक्षा संपन्न कराने की कवायद अंतिम चरण में है। जहां तक जरूरत के सापेक्ष आवेदन कम आने का सवाल है, इसके लिए शासन स्तर से मार्गदर्शन मांगा जाएगा। हर हाल में नए शिक्षा सत्र में चयनित जिले के 70 विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई सुनिश्चित की जाएगी।