एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

आजमगढ़ : कक्षा नौ की छात्रा दे रही हाईस्कूल की परीक्षा

0 comments

आजमगढ़ : कक्षा नौ की छात्रा दे रही हाईस्कूल की परीक्षा

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हो रही परीक्षा में नकल पर जहां थोड़ी पाबंदी लगी है तो वहीं कुछ ऐसे मामले सामने आ रहे हैं तो सारी व्यवस्था पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं। विभाग व स्कूल की लापरवाही इस कदर कि कक्षा नौ में पढ़ने वाली एक छात्रा दूसरे विद्यालय में हाईस्कूल की परीक्षा दे रही है। जब इसकी जानकारी विद्यालय के प्रधानाचार्य को हुई तो वह अवाक रह गए। उन्होंने जिलाधिकारी चंद्रभूषण ¨सह व जिला विद्यालय निरीक्षक डा. वीके शर्मा को प्रार्थना पत्र देकर जांच की मांग की है। बोर्ड परीक्षा में इस तरह का पहला मामला देखने को मिल रहा है।

सठियांव विकास खंड के श्री देवदास जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय समेंदा में कुमारी अंजली यादव कक्षा छह से ही लगातार पढ़ रही है। वह समेंदा गांव की रहने वाली है। वर्ष 2017 में कक्षा आठ की परीक्षा देने के बाद इसी विद्यालय में उसका रजिस्ट्रेशन 2017-18 में कक्षा नौ में किया गया। इस बीच वर्ष 2018 की हाईस्कूल की परीक्षा में वह श्री नंदकिशोर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पर हाईस्कूल की परीक्षा संस्थागत छात्रा के रूप में दे रही है। विद्यालय के प्रधानाचार्य अशोक कुमार ¨सह यह देख कर आश्चर्यचकित रह गए। इसकी जांच पड़ताल के बाद उन्होंने बताया कि वह दूसरे विद्यालय पर परीक्षा नहीं दे सकती हैं। इस तरह का कृत्य चर्चा का विषय बना रहा। उन्होंने डीएम व जिला विद्यालय निरीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की और पूरे मामले की जांचकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।

परीक्षा केंद्र छात्राओं का कोड पहले से बनाकर भेजते हैं। पहले विद्यालय को यह पूरी तरह से चेक करना चाहिए था कि छात्रा उसके संस्था में रजिस्टर्ड है या नहीं। अगर हैं तो किस तरह है। अगर इस तरह की गड़बड़ी कहीं से की गई है तो दोषी लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह छात्रा के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

डा. वीके शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक आजमगढ़।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।