आजमगढ़ : कक्षा नौ की छात्रा दे रही हाईस्कूल की परीक्षा
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हो रही परीक्षा में नकल पर जहां थोड़ी पाबंदी लगी है तो वहीं कुछ ऐसे मामले सामने आ रहे हैं तो सारी व्यवस्था पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं। विभाग व स्कूल की लापरवाही इस कदर कि कक्षा नौ में पढ़ने वाली एक छात्रा दूसरे विद्यालय में हाईस्कूल की परीक्षा दे रही है। जब इसकी जानकारी विद्यालय के प्रधानाचार्य को हुई तो वह अवाक रह गए। उन्होंने जिलाधिकारी चंद्रभूषण ¨सह व जिला विद्यालय निरीक्षक डा. वीके शर्मा को प्रार्थना पत्र देकर जांच की मांग की है। बोर्ड परीक्षा में इस तरह का पहला मामला देखने को मिल रहा है।
सठियांव विकास खंड के श्री देवदास जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय समेंदा में कुमारी अंजली यादव कक्षा छह से ही लगातार पढ़ रही है। वह समेंदा गांव की रहने वाली है। वर्ष 2017 में कक्षा आठ की परीक्षा देने के बाद इसी विद्यालय में उसका रजिस्ट्रेशन 2017-18 में कक्षा नौ में किया गया। इस बीच वर्ष 2018 की हाईस्कूल की परीक्षा में वह श्री नंदकिशोर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पर हाईस्कूल की परीक्षा संस्थागत छात्रा के रूप में दे रही है। विद्यालय के प्रधानाचार्य अशोक कुमार ¨सह यह देख कर आश्चर्यचकित रह गए। इसकी जांच पड़ताल के बाद उन्होंने बताया कि वह दूसरे विद्यालय पर परीक्षा नहीं दे सकती हैं। इस तरह का कृत्य चर्चा का विषय बना रहा। उन्होंने डीएम व जिला विद्यालय निरीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की और पूरे मामले की जांचकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।
परीक्षा केंद्र छात्राओं का कोड पहले से बनाकर भेजते हैं। पहले विद्यालय को यह पूरी तरह से चेक करना चाहिए था कि छात्रा उसके संस्था में रजिस्टर्ड है या नहीं। अगर हैं तो किस तरह है। अगर इस तरह की गड़बड़ी कहीं से की गई है तो दोषी लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह छात्रा के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
डा. वीके शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक आजमगढ़।