बुलन्दशहर : वित्तविहीन शिक्षकों ने किया बोर्ड परीक्षा के बहिष्कार का एलान
बुलंदशहर : मानदेय नहीं मिलने के विरोध में माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों ने बोर्ड परीक्षा के बहिष्कार का एलान किया है। उन्होंने इस संबंध में एक ज्ञापन में गुरुवार को डीआइओएस के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा।
जिले के वित्तविहीन विद्यालयों में करीब तीन हजार शिक्षक तैनात हैं। इन्हें विद्यालय के अलावा प्रदेश सरकार भी मानदेय देती है। शिक्षकों की माने तो प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी हैं, उन्हें मानदेय नहीं दिया गया है। इस बात से खफा उत्तर प्रदेश माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित डीआइओएस मनोज कुमार आर्य को दिए ज्ञापन में उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा के बहिष्कार की चेतावनी दी है।
उन्होंने बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी न करने के कारण बताए हैं। बताया कि अकारण ही कई माह से मानदेय बंद किया जाना, परीक्षा का पारिश्रमिक प्रति पाली 36 रुपये बहुत कम है, यह पारिश्रमिक भी कई साल से मिला नहीं है। वित्तविहीन शिक्षकों की सेवा सुरक्षायुक्त नियमावली पर बार-बार झूठा आश्वासन देना, प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा में 87 प्रतिशत से अधिक योगदान देने पर भी वित्तविहीन शिक्षकों के साथ अपमानजनक व्यवहार किया जाना, वित्तविहीन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र न बनाना और स्वकेंद्रों पर एसटीएफ लगाकर परीक्षार्थियों में भय का वातावरण बनाना आदि। प्रदर्शन करने वालों में महासभा के जिलाध्यक्ष चौधरी रामबाबू, महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष डा. उर्मिला राजपूत, कोषाध्यक्ष श्रीगोपाल शर्मा, नैमपाल ¨सह, ललिता, सुरेंद्र, गजेंद्र, सुखवीर, पवन, नरेंद्र, देवेंद्र आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।