लखनऊ : गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रफेसर ईश्वर शरण विश्वकर्मा उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के अध्यक्ष बनाए गए
लखनऊ : गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास के प्रफेसर ईश्वर शरण विश्वकर्मा उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के अध्यक्ष बनाए गए हैं। राज्यपाल ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। साथ ही आयोग के चार अन्य सदस्य भी नामित किए गए हैं। इससे डिग्री कॉलेजों में प्राचार्य के 102 और शिक्षकों के 7500 खाली पदों पर भर्तियों का रास्ता साफ हो गया है।
उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के अध्यक्ष का पद अगस्त 2017 से खाली है। सपा सरकार में अध्यक्ष बनाए अध्यक्ष बनाए गए थे। योगी सरकार बनने के बाद उन्होंने तीन अगस्त 2017 को इस्तीफा दे दिया था। नए अध्यक्ष प्रफेसर विश्वकर्मा गोरखपुर विश्वविद्यालय में प्राचीन इतिहास, पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग के अध्यक्ष हैं। आरएसएस के आनुषंगिक संगठन इतिहास संकलन समिति से जुड़े रहे हैं। प्रदेश के 131 डिग्री कॉलेजों में से वर्तमान में महज 29 में ही स्थायी प्राचार्य तैनात हैं। इसके अलावा 7500 शिक्षकों के पद भी खाली हैं।
डॉ. प्रीति गौतम का प्रमोशन उच्च शिक्षा निदेशक के पद पर किया गया है। अभी तक वह संयुक्त निदेशक के पद पर तैनात थीं। इनकी नियुक्ति को राज्यपाल ने मंजूरी दे दी है।
ये चार सदस्य बने
•डॉ. हरबंश, डीन, विधि संकाय, महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय
•डॉ.कृष्ण कुमार असोसिएट प्रफेसर, बीएसए कॉलेज मथुरा
•डॉ. रजनी त्रिपाठी, प्रचार्य, प्रयाग महिला विद्यापीठ डिग्री कॉलेज, इलाहाबाद
•डॉ. शेर बहादुर सिंह, रिटायर
प्रिंसिपल, गोंडा