एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

फिरोजाबाद : सरकारी स्कूल के सामने फेल प्राइवेट स्कूल

0 comments

फिरोजाबाद : सरकारी स्कूल के सामने फेल प्राइवेट स्कूल

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : टूंडला ब्लॉक का प्राथमिक स्कूल जाजपुर को देख कर आप चौंक जाएंगे। स्कूल के बाहर दीवार पर रंगीन चित्रों को देख कर आप इसे प्राइवेट अंग्रेजी माध्यम स्कूल समझ सकते हैं, लेकिन असल में यह है सरकारी पाठशाला। इस पाठशाला में यह बदलाव पिछले एक महीने में आया है। स्कूल की सिर्फ दीवारें ही पढ़ाई का संदेश नहीं देती हैं, बल्कि स्कूल में पढ़ रहे बच्चे भी अब अंग्रेजी में पहाड़ा सुनाते हैं।

स्कूल में शिक्षण व्यवस्था को सुधारने के साथ में मॉडल स्कूल बनाने में सहयोग रहा है खंड शिक्षाधिकारी सुबोध पाठक का। स्कूल के प्रधानाध्यापक को उन्होंने इसके लिए प्रेरित किया तो स्कूल के हालात बदल गए हैं। स्कूल के हर कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं तो स्कूल में हर कक्ष में फोन है। शिक्षकों को पढ़ाई के दौरान कक्षा छोड़ने की जरूरत नहीं है, अगर प्रधानाध्यापक से कोई काम है तो इन फोन के जरिए ही वह संपर्क कर सकते हैं। वहीं सीसीटीवी कैमरे से हर कक्ष में नजर रखी जा सकती है। हालांकि यह स्कूल ऐसा नहीं था। स्कूल के प्रधानाध्यापक चंद्रकांत शर्मा काफी वक्त से निलंबित चल रहे थे। एक माह पहले चंद्रकांत बहाल हुए तो इस स्कूल में मात्र छह छात्र पंजीकृत थे, लेकिन उन्होंने गांव में संपर्क कर स्कूल में एक माह में 46 बच्चों के प्रवेश किए हैं तथा छात्रों की इस संख्या को नए सत्र में 250 तक ले जाने का लक्ष्य है। स्कूल में शिक्षकों का अभाव है। तीन समायोजित शिक्षामित्र ही कार्यरत हैं, ऐसे में प्रधानाध्यापक के प्रयासों से गांव की संगीता, कमलेश एवं सुबोध बच्चों को पढ़ाने में सहयोग करते हैं।

वातानुकूलित हॉल एवं ठंडे पानी की व्यवस्था :

स्कूल में छोटे बच्चों के लिए वातानुकूलित हॉल है। 1200 वर्ग फुट के इस हॉल में दो एसी लगे हुए हैं। वहीं पीने के पानी के लिए यहां पर फ्रीजर लगे हुए हैं, जिससे बच्चों को ठंडा पानी मिल सके। वहीं बच्चों को एमडीएम के साथ में एक-एक नैपकिन दिया जाता है। स्कूल में 150 पौधे भी लगे हैं।

साइकिल के साथ झूले की व्यवस्था : स्कूल में बच्चों के लिए फर्नीचर के साथ छोटे बच्चों के लिए छह साइकिल भी रखी हैं। इसके साथ में वॉकर एवं झूले लगे हैं, ताकि गांव के बच्चे स्कूल में पढ़ने के लिए लालायित हों।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।