उत्तराखण्ड : अपील, प्रदेश के सभी विद्यालयों में कक्षा 01 से 12 तक NCERT अनिवार्य कर दी गयी है लेकिन NCERT की पुस्तकों के स्थान पर मान्यता प्राप्त विद्यालयों द्वारा निजी प्रकाशकों की पुस्तकों को लेने का दबाव बनाय जा रहा है की शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारियों के कार्यलय में सीधे फोन, व्हाट्सएप या ई-मेल पर करें ।
*देहरादून,* [राज्य ब्यूरो]से साभार-
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: राज्य में *एनसीईआरटी* की 247 किताबें छपकर बाजार में पहुंच गई हैं। शिक्षा मंत्री *अरविंद पांडेय* ने सभी सरकारी व निजी विद्यालयों में एनसीईआरटी की किताबें लागू करने के लिए *खंड शिक्षा अधिकारियों* की जवाबदेही तय की है। वहीं सरकार ने राज्य में सरकारी विद्यालयों में कार्यरत *4600* से अधिक *अतिथि शिक्षकों* को नए सत्र में *तोहफा* देने का फैसला किया है। उन्हें नए सत्र में सेवा विस्तार दिया जाएगा।
*शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने गुरुवार देर शाम अपने आवास पर शिक्षा महकमे के अधिकारियों के साथ बैठक की।* बैठक में अगले शैक्षिक सत्र *2018-19* में एनसीईआरटी की किताबों को लेकर महकमे के स्तर पर की जाने वाली तैयारी की समीक्षा की गई। शिक्षा मंत्री ने कहा कि बाजार में किताबों की उपलब्धता में कमी नहीं आनी चाहिए। उन्होंने *शिक्षा सचिव भूपिंदर कौर औलख को बाजार में किताबों की उपलब्धता की नियमित निगरानी के निर्देश दिए।*
उन्होंने कहा कि सरकारी व निजी विद्यालयों में एनसीईआरटी की किताबों को लागू करने में कोताही नहीं बरती जानी चाहिए। 247 किताबों को सूचीवार लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। *उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारियों को निजी विद्यालयों में एनसीईआरटी की किताबों लागू करने के संबंध में निगाह रखेंगे।* इस संबंध में उन्हें निजी विद्यालयों के संचालकों से वार्ता करने को भी कहा गया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में शिक्षकों की कमी के चलते सरकार *अतिथि शिक्षकों की सेवाएं जारी रखेगी।* सरकारी विद्यालयों में वर्तमान में 4600 से ज्यादा अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं। वहीं चालू सत्र में तकरीबन एक हजार शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने से पद रिक्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि नए सत्र में शिक्षकों के पद रिक्त होने से पठन-पाठन बाधित नहीं होना चाहिए। लिहाजा नई नियुक्तियां होने तक *अतिथि शिक्षकों की सेवाएं अगले शैक्षिक सत्र में भी बहाल रखने के निर्देश उन्होंने शिक्षा सचिव को दिए।*
उन्होंने विद्यालयों के *कोटीकरण* की कार्यवाही समयबद्ध पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि *तबादलों की कार्यवाही को समय पर पूरा किया जाएगा,* ताकि नए सत्र में तबादलों के चलते विद्यालयों में पठन-पाठन पर प्रभाव न पड़े। *बैठक में शिक्षा सचिव डॉ भूपिंदर कौर औलख, अपर सचिव आलोक शेखर तिवारी, शिक्षा निदेशक आरके कुंवर, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक सीमा जौनसारी, अपर निदेशक बीएस नेगी समेत कई अधिकारी मौजूद थे।*