महराजगंज : इंसेफ्लाइटिस प्रभावित 88 गांवों के शिक्षक होंगे प्रशिक्षित
महराजगंज: पूर्वांचल में महामारी का रूप ले चुके इंसेफ्लाइटिस से बचाव के लिए दस्तक अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने हेतु अति संवेदनशील 88 गांवों के संबंधित स्कूलों के नोडल शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ये शिक्षक अपने स्कूलों में बच्चों को इसके प्रति जागरूक करेंगे। ताकि यह संदेश जन-जन तक पहुंचाया जा सके। यूनिसेफ के जिला समन्वयक आदर्श त्रिपाठी ने बताया कि नोडल शिक्षकों का प्रशिक्षण दो बैच मे ब्लाक संसाधन केंद्र सदर महराजगंज में 21 व 22 मार्च को दो बैच में सुबह नौ बजे से सायं पांच बजे तक होगा। प्रशिक्षण का उद्घाटन मुख्य विकास अधिकारी राम¨सहासन प्रेम द्वारा 21 मार्च को सुबह नौ बजे से किया जाएगा। 88 अति संवेदनशील गांव के नोडल शिक्षकों का प्रशिक्षण राज्य स्तर पर प्रशिक्षित स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों द्वारा दिया जाएगा। महराजगंज सदर के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्रीभागवत ¨सह को नोडल शिक्षक प्रशिक्षण का स्वास्थ्य विभाग को कोआर्डिनेटर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि ब्लाक पर प्रधानों का एक दिवसीय प्रशिक्षण खंड विकास अधिकारी कार्यालय परिसर बीडीओ के नेतृत्व में होगा। जबकि एचइओ, बीसीपीएम उक्त प्रशिक्षण के ट्रेनर होंगे। प्रधान प्रशिक्षण के संदर्भ सिसवा व पनियरा में 21 मार्च, परतावल में 22 मार्च, निचलौल, फरेंदा 23 मार्च, सदर में 24 मार्च की तिथि निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि 2500 आशा एवं 300 एएनएम का प्रशिक्षण हो चुका है। दस्तक अभियान से जुड़े कर्मी एक अप्रैल से 15 अप्रैल तक घर-घर जाकर इन बीमारियों के बचाव तथा उपचार के संबंध में विभिन्न जानकारी देंगे तथा अन्य सभी विभाग अपनी संबंधित गतिविधियां यथा-साफ सफाई, जन जागरूकता हैंडपंप, हैंडपंप प्लेटफार्म मरम्मत, उथले हैंडपंप का चिन्हिकरण, फांगिग, लार्वीसाइडल स्प्रे, एइएस के कारण विकलांग बच्चों का चिन्हिकरण उनको सहायता, उपकरण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।