बुलन्दशहर : जिले के परिषदीय विद्यालयों में सोमवार को वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो गई, परिषदीय विद्यालयों में खुली बेहतर व्यवस्था की पोल
बुलंदशहर: जिले के परिषदीय विद्यालयों में सोमवार को वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो गई। हालांकि विभाग ने परीक्षा नकलविहीन व सुव्यवस्थित तरीके से कराने का दावा किया था, लेकिन पहले ही दिन यह दावा फेल हो गया। कई विद्यालयों में परीक्षार्थी समूह में परीक्षा देते नजर आए। औरंगाबाद क्षेत्र के एक स्कूल में तो शिक्षक ही तैनात नहीं थे। जबकि कई स्कूलों में प्रश्न-पत्र नहीं पहुंचा।
परीक्षा नकलविहीन व व्यवस्थित तरीके से कराने के लिए बीईओ को बीएसए ने विशेष दिशा-निर्देश दिए थे। किसी भी विद्यालय में नकल होती मिली या फिर अन्य किसी तरह की अव्यवस्था पाई गई तो कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई। बावजूद इसके बुलंदशहर के सिविल लाइन क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय में बच्चे समूह में परीक्षा दे रहे थे, जबकि कमरे में तैनात दो शिक्षिकाएं मोबाइल फोन में व्यस्त थीं।
सिकंदराबाद के खत्रीबाड़ा स्थित जूनियर हाई स्कूल बालिका नंबर दो में द्वितीय पाली में कक्षा छह की छात्राओं की कला की परीक्षा हुई। इसमें 38 बच्चों ने परीक्षा दी, जबकि चार बच्चों ने परीक्षा छोड़ी। परीक्षा के दौरान छात्राएं अपनी निर्धारित सीट से उठकर दूसरे की सीट पर जाकर नकल करते दिखाई पड़े। प्रधानाध्यापक सलमा खातून ने बताया कि स्कूल में शिक्षकों की कमी है। परीक्षा के दौरान छात्राओं पर नजर रखी जा रही है। प्राथमिक विद्यालय नंबर 12 में बच्चों ने लाइन में व्यवस्थित तरीके से बैठकर परीक्षा दी।
औरंगाबाद क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय रतनपुर में मात्र एक ही शिक्षक मौजूद थे, वह भी दूसरे कमरे में परीक्षा कराते मिले। परीक्षार्थी समूह में बैठकर परीक्षा दे रहे थे। उधर गांव कौड़ा शमशाबाद के जूनियर हाईस्कूल में भी छात्र नीचे फर्श पर बैठकर परीक्षा देते मिले। कमरों न तो लाइट थी और ना पंखे लगे थे। परीक्षा में छात्र आपस एक दूसरे से बातें करते पाए गए। स्कूल के इंचार्ज वीरपाल ¨सह ने बताया कि परीक्षा में कक्षा 6, 7, 8 के छात्रों को क्रम से बैठाया गया है। इसके अलावा, ऊंचागांव, गुलावठी, खुर्जा, नरौरा आदि क्षेत्र में भी ऐसा ही कुछ हाल रहा।
बीएसए डा. अजीत कुमार ने बताया कि जिले भर में परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई है। अगर किसी केंद्र पर नकल कराई है या फिर अव्यवस्था रही है तो संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।