इलाहाबाद : राजकीय शिक्षकों ने समायोजन से पहले मांगा प्रमोशन
हिन्दुस्तान टीम, इलाहाबाद । पहले पदोन्नति फिर समायोजन की मांग को लेकर राजकीय विद्यालय के शिक्षकों ने जीआईसी और जीजीआईसी समेत अन्य केंद्रों पर काली पट्टी बांधकर मूल्यांकन किया। 28 मार्च तक शिक्षक काली पट्टी बांधकर समायोजन का विरोध करेंगे।
राजकीय शिक्षक संघ के महामंत्री डॉ. रविभूषण ने जीआईसी एवं जीजीआईसी में शिक्षक-शिक्षिकाओं को संबोधित किया। बताया कि माध्यमिक शिक्षा विभाग की लापरवाही का नुकसान शिक्षकों को उठाना पड़ रहा है।
हमारे पदोन्नति कोटे के पद रिक्त पड़े हैं और हमारा प्रमोशन न करके समायोजन किया जा रहा है, जबकि पदोन्नति मात्र कर देने से सारी समस्याओं का समाधान हो सकता है। शिक्षक खुशी मन से नये पद पर कार्यभार संभाल कर दूर स्थित राजकीय स्कूलों का संचालन कर सकते हैं। लेकिन ऐसा न कर उनका प्रमोशन का हक मारा जा रहा है। जबकि वर्तमान में विभिन्न प्रकार की पदोन्नति के लगभग 3200 पद रिक्त पड़े हैं।
स्नातक विधायक यज्ञदत्त शर्मा ने भी पदोन्नति से पहले समायोजन को गलत बताया। कहा कि पद रिक्त रहते पदोन्नति न करना शिक्षकों का हक मारना है। इस बात को वह विधानसभा में उठाएंगे औऱ राजकीय शिक्षक संघ के हर आंदोलन में साथ हैं। विरोध करने वालों में अवध विहारी मिश्रा, प्रभाकर त्रिपाठी, सुरेंद्र प्रजापति, रूपचंद्र, डॉ. अब्दुल कादिर, वंशराज, मेवा लाल, भीमसेन, राजेन्द्र रश्मि, प्रियंका, रश्मिता, रंजना, मौजूद अहमद, बाबूलाल पाल, हिमांशु सिंह, रामेश्वर प्रसाद पांडेय, प्रभाकर सिंह, घनश्याम, विनीता, चन्दना मुखर्जी, वन्दना, राजपति, राजेन्द्र, अज़ीज उल्लाह, राकेश पांडेय आदि शामिल थे।