सुल्तानपुर : सुलतानपुर के शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को खून से लिखा पत्र, प्रभारी मंत्री को सौंपा
🔴 शिक्षकों ने खून से लिखा ज्ञापन प्रभारी मंत्री को सौंपा, प्रदेश सरकार से वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय दिए जाने की उठाई मांग
🔵 उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट की ओर से यूपी बोर्ड की कापियों के जांचने का किया जा रहा है बहिष्कार
सुलतानपुर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की कापियों के मूल्यांकन का बहिष्कार आठवें दिन भी जारी रहा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र पाठक के नेतृत्व में शनिवार को मुख्यमंत्री को सम्बोधित खून से लिखा ज्ञापन जिले के प्रभारी मंत्री जय प्रताप सिंह को सौंपा गया। शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से गुहार लगायी है कि वित्तविहीन शिक्षकों की समस्याओं का वे निराकरण करायें।
*शिक्षकों के बहिष्कार से मूल्यांकन में बढ़ी दिक्कत*
वित्तविहीन शिक्षकों की ओर से मानदेय की मांग को लेकर यूपी बोर्ड की कापियों की जांच का बहिष्कार करने से मूल्यांकन में दिक्कत हो रही है। हालांकि विभाग की ओर से रिटायर शिक्षकों को मूल्यांकन में लगाकर किसी तरह से मूल्यांकन कराया जा रहा है। संघ के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र पाठक ने आरोप लगाया है कि अयोग्य शिक्षकों से मूल्यांकन कराया जा रहा है। कहा कि मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को मानक के विपरीत कापियां जांच के लिए दी जा रही हैं। इस कारण परीक्षार्थियों का भविष्य चौपट हो सकता है। कहा कि कापियों की जांच सही ढंग से नहीं हो रही है। प्रदेश संगठन मंत्री विवेक सिंह ने कहा कि संघ की ओर से मूल्यांकन का विरोध जारी रहेगा। कादीपुर, उतुरी तथा शहर के दो केन्द्रों पर शनिवार को बहिष्कार जारी रहा। यहां पर श्रीकांत त्रिपाठी,सुरेन्द्र मिश्र, नवीन शर्मा, विनोद यादव,मो मजहर, रमाकांत सिंह, ओम प्रकाश तिवारी, कृपाशंकर पाण्डेय, हरिव्रत मिश्र व सुजीत सिंह शामिल रहे।