महराजगंज : दस्तक अभियान को सफल बनाने में योगदान दें शिक्षक, स्वच्छता को अपना कर ही जेई-एईएस की बीमारियों को नियंत्रित किया जा सकता है।
महराजगंज: स्वच्छता को अपना कर ही जेई-एईएस की बीमारियों को नियंत्रित किया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता का अभाव दिखता है, जिसके ²ष्टिगत शिक्षकों का यह कर्तव्य है कि वे स्वच्छता के लिए स्कूली बच्चों व अभिभावकों को प्रेरित करें तथा दस्तक अभियान को सफल बनाने में योगदान दें।
यह बातें सदर बीआरसी स्थित शिक्षक भवन में यूनिसेफ द्वारा आयोजित प्रशिक्षण शिविर में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्रीभागवत ¨सह ने कही। उन्होंने कहा कि दो से 16 मार्च तक चलने वाले दस्तक अभियान की सफलता तभी है जब प्रशिक्षण ले रहे शिक्षक अधिक से अधिक बच्चों व उनके अभिभावकों तक स्वच्छता का संदेश पहुंचाएं। यूनिसेफ के सलाहकार श्यामसुंदर शर्मा ने कहा कि दस्तक अभियान को सफल बनाने में शिक्षकों के साथ-साथ आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व एएनएम कली भूमिका अहम है, सभी अपनी भूमिका का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करें। सुनीता पटेल ने कहा कि शौचालय के प्रयोग से गंभीर बीमारियों को पनपने से रोका जा सकता है। शिक्षक शौचालय के प्रयोग से होने वाले लाभ के बारे मे बच्चों को जानकारी प्रदान करें। अंजनी ¨सह ने शिक्षकों को जेई किट के बारे में जानकारी प्रदान की। रेयाज अहमद खां ने कहा कि जेई व एईएस के बारे में जानकारी देकर शिक्षक बच्चों को असमय मौत के मुह में जाने से बचा सकते हैं। इस दौरान मिथलेश, माधुरी शुक्ला, संतोष, रीना, गोल्डी गुप्ता, फरहीन, अंजना, वसीम बानो, नूरआलम, राजेंद्र प्रसाद, वीरेंद्र ¨सह आदि मौजूद रहे।