UNIFORM, BASIC SHIKSHA NEWS : फटे जूते-मोजे और स्कूल बैग सप्लाईकर्ता से बदलवाने के निर्देश, एक साल पूरा नहीं हुआ फटने लगे स्कूल बैग और जूते, राज्य सरकार ने पहली बार बांटे थे जूते-मोजे
--एक साल पूरा नहीं हुआ फटने लगे स्कूल बैग और जूते
- राज्य सरकार ने पहली बार बांटे थे जूते-मोजे
प्रमुख संवाददाता-राज्य मुख्यालय । सरकारी प्राइमरी स्कूलों में निशुल्क जूते-मोजे और स्कूल बंटे एक साल भी नहीं हुआ, उनके फटने की शिकायतें आने लगी। इसे लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने नाराजगी जताई है। बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह ने जूते-बैग को तत्काल बदलवाने और सप्लाईकर्ता पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेजे निर्देश में कहा है कि ऐसे सभी मामलों की जानकारी इकट्ठा की जाए और एक हफ्ते में रिपोर्ट दी जाए। जूते-मोजे व स्कूल बैग फटने की शिकायतें मिल रही हैं और जानकारी में आया है कि गुणवत्ता में समझौता कर शासकीय धन का दुरुपयोग किया गया।
श्री सिंह ने कहा कि वारंटी के मुताबिक डिलीवरी के एक वर्ष के भीतर सामान में कोई भी समस्या आने पर सप्लाईकर्ता इसे बदल कर नया देगा। यदि वह ऐसा नहीं करता तो नियमानुसार पेनाल्टी लगाई जाएगी। श्री सिंह ने कहा है कि ये नियम सभी स्कूलों को बताया जाए और सभी फटे हुए जूते-मोजे और स्कूल बैग सप्लाईकर्ता को दिए जाए। इन सब पर एक साल की वारंटी है। ऐसे में गुणवत्ता से समझौता न किया जाए। राज्य सरकार ने पहली बार सरकारी स्कूलों के 1.54 करोड़ बच्चों को जूता-मोजा दिया था। वहीं स्कूली बैग भी बंटवाए थे लेकिन शैक्षिक सत्र पूरा नहीं हुआ और जूते फटने लगे।