बदायूं : परिषदीय विद्यालयों में उपस्थिति को लेकर खेल किया जाता रहा, निलंबन काल में प्रधानाध्यापक अपने उपस्थिति ब्लॉक संसाधन केंद्र पर देंगे।
बदायूं : परिषदीय विद्यालयों में उपस्थिति को लेकर खेल किया जाता रहा है। विद्यालय न जाने पर भी रजिस्टर में अनुपस्थिति दर्ज नहीं होती और किसी अधिकारी के आने पर तुरंत सीएल लिख दिया जाता है। ऐसे ही दो विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को निलंबित कर दिया गया है। खंड शिक्षा अधिकारियों के निरीक्षण में उनका खेल सामने आने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को आख्या दी गई थी।
विकास क्षेत्र उसावां के खंड शिक्षा अधिकारी ने 8 नवंबर को प्राथमिक विद्यालय सोवरन नगला का निरीक्षण किया था। प्रधानाध्यापक शिवेंद्र प्रताप ¨सह ने छोटे अक्षर में सीएल अंकित किया था। जिसके संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई थी। 24 नवंबर को फिर निरीक्षण हुआ तो 18 से 24 नवंबर तक की सीएल अंकित मिली। उपस्थिति पंजिका पर गौर किया तो पता चला कि सीएल लिखे जाने के ऊपर हस्ताक्षर किए जाते रहे हैं। 26 फरवरी को भी विद्यालय का निरीक्षण हुआ। उपस्थिति पंजिका में दो दिन का अवकाश लिखा गया, लेकिन लॉगबुक में अवकाश का उल्लेख नहीं किया गया। दिसंबर व जनवरी में भी सीएल लिखकर हस्ताक्षर करने का खेल किया गया। मानक के अनुसार विद्यालय की रंगाई-पुताई व लिखाई नहीं कराई गई थी। इसी विकास क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय खेड़ा किसनी में 26 फरवरी को हुए निरीक्षण में प्रधानाध्यापक नीलम पाराशर बिना किसी सूचना के गैरहाजिर मिलीं। मध्याह्न भोजन में बनी तहेरी गुणवत्तापरख नहीं थी। प्रधानाध्यापक की अनुपस्थिति में शिक्षामित्र यादराम उनके फर्जी हस्ताक्षर करते हैं। अनियमितता मिलने पर दोनों ही प्रधानाध्यापकों को निलंबित किया गया है। निलंबन काल में दोनों ही प्रधानाध्यापक अपने उपस्थिति ब्लॉक संसाधन केंद्र पर देंगे।
बार-बार निरीक्षण के दौरान चेतावनी देने के बाद भी सुधार नहीं किया जा रहा था। अनुपस्थित रहने के बाद भी उपस्थिति दिखाना तो और भी ज्यादा गलत है। जिसके चलते निलंबन की कार्रवाई की गई है।
- प्रेमचंद यादव, बीएसए।