इलाहाबाद : अब परीक्षकों की होगी ऑनलाइन निगरानी, उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में परीक्षक की रोज भेजेंगे रिपोर्ट
इलाहाबाद: यूपी बोर्ड प्रशासन पहली बार उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में लगाए गए परीक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी लेगा। सभी केंद्रों को परिषद की वेबसाइट पर परीक्षकों की सूचना देने के साथ ही किस विषय की कितनी कॉपियां जांची गई। यह रिपोर्ट भी अनिवार्य रूप से भेजनी होगी। इसके पहले सिर्फ परीक्षार्थियों की अनुपस्थिति की रिपोर्ट भी मांगी जा रही थी।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 पूरी हो चुकी हैं। अब प्रदेश भर के 247 केंद्रों पर 17 मार्च से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होने जा रहा है। इसमें करीब एक लाख 46 हजार परीक्षक लगाए गए हैं। शासन का निर्देश है कि इस बार रिजल्ट हर हाल में अप्रैल में जारी हो जाए। ऐसे में बोर्ड प्रशासन ने मूल्यांकन की निगरानी कड़ाई से करने का निर्णय लिया है। पहली बार परीक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन मांगी गई है। असल में बोर्ड ने गैरहाजिर रहने वाले परीक्षार्थियों की सूचना के लिए साफ्टवेयर तैयार किया है। अब इसी साफ्टवेयर का प्रयोग परीक्षकों की हाजिरी जांचने में होगा। अफसरों का कहना है कि इसके लिए हर केंद्र को उस कालेज की यूजर आइडी व पासवर्ड पहले दी गई है उसी का इस्तेमाल करके हर दिन अनिवार्य रूप से नियुक्त परीक्षकों की रिपोर्ट भेजी जाए। बोर्ड सचिव ने भेजे निर्देश में यह भी कहा है कि मूल्यांकन केंद्र प्रतिदिन मूल्यांकन की प्रगति यानि हाईस्कूल व इंटर में किस विषय की कितनी कॉपियां दिन भर में जांची गई यह बताया जाए। यह जिम्मा मूल्यांकन केंद्र के उप नियंत्रक या प्रधानाचार्य का होगा। ज्ञात हो कि पहले यह रिपोर्ट मूल्यांकन के अंत में मैनुअल आती रही है। अब रोज प्रगति आने से परीक्षा परिणाम तैयार करने में बोर्ड को सहूलियत मिलेगी।
संवेदनशील जिलों की कॉपियां बदली हों तो तत्काल दें सूचना
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : बोर्ड ने इस बार उत्तर पुस्तिकाओं की हेराफेरी रोकने के लिए संवेदनशील 50 जिलों में क्रमांकित यानि कोडिंग वाली कॉपियों पर परीक्षा कराई है। निर्देश है कि इनका मूल्यांकन सावधानी पूर्वक किया जाए। यदि किसी केंद्र पर भिन्न कॉपियां मिलती हैं तो इसकी सूचना बोर्ड के मुख्य नियंत्रक व शिक्षा निदेशक माध्यमिक को तत्काल दी जाए। मूल्यांकन सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में और केंद्रों पर एलआइयू को तैनात करने के पहले ही आदेश हो चुके हैं।1