महराजगंज : संकोच छोड़, उत्पीड़न का प्रतिकार करें महिलाएं, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जनपद न्यायाधीश, सिविल जज, पुलिस अधीक्षक संग सभी अधिकारियों ने महिलाओं की हिफाजत के लिए हाथ बढ़ाए।
महराजगंज : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जनपद न्यायाधीश, सिविल जज, पुलिस अधीक्षक संग सभी अधिकारियों ने महिलाओं की हिफाजत के लिए हाथ बढ़ाए। सरस्वती के साथ दुर्गा बनने के लिए प्रेरित किया। कहा कि संकोच छोड़ कर सभी महिलाओं को हर तरह के जुर्म व उत्पीड़न का प्रतिकार करना होगा। माथे के आंचल को परचम बनाने पर ही नारी सशक्तीकरण का उद्देश्य पूरा होगा। पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक आरपी ¨सह ने कहा कि समय की मांग है कि सभी महिलाएं मनोवैज्ञानिक रूप से मजबूत बनें। आत्मविश्वास विकसित करें। पुलिस व कानून महिलाओं के मान व सम्मान की रक्षा के लिए हर समय तैयार है। जुर्म सहना बंद करें और उचित फोरम पर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। ताइक्वांडो सचिव अभिषेक ने आत्मरक्षा हेतु डेमो प्रस्तुत कर विषम परिस्थितियों में महिलाओं व छात्राओं को अपने बचाव के गुर सिखाए। कार्यक्रम में सीओ सदर मुकेश प्रताप ¨सह, प्रभारी निरीक्षक महिला थाना शीला यादव, भारतीय स्वाभिमान संघ के संयोजक ¨वध्यवासिनी ¨सह, सरोज पांडेय, बैजनाथ ¨सह, अधिवक्ता किरण त्रिपाठी ने महिलाओं की सुरक्षा पर जोर दिया और जुर्म का प्रतिकार करने के लिए प्रेरित किया। निचलौल के प्रभारी निरीक्षक सर्वेश कुमार ¨सह ने ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय में आयोजित गोष्ठी में महिलाओं को हर तरह की सुरक्षा का भरोसा दिलाया और उत्कृष्ट कार्य करने पर तारा देवी व वंदना देवी को पुरस्कृत किया। बताया कि पति की मौत के बाद दोनों महिलाएं बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए तत्पर हैं और कठिन परिश्रम कर बेटा-बेटी को कालेज भेज रहीं हैं। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रेश शास्त्री सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ग्राम सभा चौपरिया में आयोजित गोष्ठी में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव शीलवंत ने शासन द्वारा महिलाओं के हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी और महिला उत्पीड़न व घरेलू ¨हसा रोकने के लिए बने कानूनों के बारे में विस्तार से बताया। नायब तहसीलदार सुनीता त्रिपाठी ने कहा कि महिलाओं को अधिकार खूब मिले हैं पर इसका उपयोग महिलाएं तभी कर पाएंगी जब शिक्षित होंगी। सभी महिलाएं अगर माथे के आंचल को परचम बना लें तो नारी सशक्तीकरण का उद्देश्य पूरा हो जाएगा। अधिवक्ता राजेश कुमार उपाध्याय व स्वामीनाथ तिवारी ने महिलाओं की कम होती जन्म दर पर ¨चता जताई और कोख में बेटियों की हत्या पर प्रभावी रोक लगाने का मुद्दा उठाया। संचालन अधिवक्ता मो. माहताब खां ने किया। इसी क्रम में नगर के कास्मोपोलिटन स्कूल में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शिक्षिकाओं व बच्चों को संबोधित करते हुए प्रबंधक महेंद्रानंद जायसवाल ने कहा कि समाज के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम है। महिलाएं आज पुरुषों के समान हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं, ऐसे में यह सभी की जिम्मेदारी है कि वे महिलाओं का सम्मान करते हुए उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें।
मुख्य अतिथि श्वेता जायसवाल ने उत्कृष्ट कार्य करने पर शिक्षिका किरन, शहाना, कंचन, निशा, बबिता, सुनीता, सुमन, शाहिदा, अर्चना, सरन्या संग छात्रा गरिमा मिश्रा व पल्लवी मिश्रा को उपहार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि सभी को अपने दायित्वों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करना चाहिए। महिला दिवस का आयोजन महिलाओं के प्रति सम्मान का दिन है, समाज के हर वर्ग को महिलाओं का सम्मान करते हुए उनमें सुरक्षा का विश्वास जागृत करना चाहिए। ऐसा कर हम महिलाओं के विकास को रफ्तार दे सकेंगे। इस दौरान शिवांगी, आंचल, वैष्णवी, पूर्णिमा, अपूर्वा, महिला, साधना, सपना, अल्ताफ, दीपक, सचिन, आकाश, अमन, अक्षय, सौरभ, आशीष, मिथिलेश, जानकी शरन आदि मौजूद रहे।