कानपुर : फर्जीवाड़ा, सरकारी स्कूलों में जूते-मोजे आपूर्ति के नाम पर करोड़ों ठगे
कानपुर : फर्जी आइएएस और यूपीएसआइडीसी अधिकारी बन शातिरों ने माध्यमिक शिक्षा परिषद में स्कूली जूते-मोजे सप्लाई करने के नाम पर फर्जी वर्क आर्डर थमा करोड़ों का माल और नकदी हड़प ली। एसएसपी अखिलेश कुमार के आदेश पर चकेरी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दो मुख्य आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया, अन्य की तलाश जारी है।
जाजमऊ सरैया निवासी अलबासित एक्सम एक्सपोर्टर के मालिक फैसल आफताब लारी जूते व लेदर का अन्य सामान बनाने और राजपूत कंसट्रक्शन चलाने वाले बर्रा निवासी पार्टनर गौरव राजपूत व अजय राजपूत सरकारी विभागों में सप्लाई का काम करते है। अप्रैल 2017 में इन लोगों की मुलाकात पनकी गंगागंज निवासी राकेश व सचिन सिंह से हुई थी। सचिन ने खुद को यूपीएसआइडीसी डिप्टी मैनेजर बताते हुए माशिप में मिडडे मील, जूते-मोजे, बैग व स्वेटर सप्लाई का 18 करोड़ 74 लाख रुपये का टेंडर दिलाने की बात कही। देवनगर रायपुरवा निवासी आशीष यादव से मिलाया। आशीष को आइएएस अधिकारी और शिक्षा परिषद में बड़े पद पर तैनात बताया। शातिरों ने पंजीकरण और वर्क आर्डर दिलवाने के नाम पर बतौर पेशगी सात लाख रुपये अपने खाते में और करीब 60 लाख रुपये जवाहर भवन लखनऊ में बुलाकर लिए।
🔵 दो आरोपित गिरफ्तार, एक हिरासत में अन्य की तलाश जारी
🔴 फर्जी आइएएस और यूपीएसआइडीसी अधिकारी बन दिया फर्जी वर्क आर्डर
मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की सीओ कैंट से कराकर मामला दर्ज कराया गया है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी व माल बरामदगी के लिए दबिश दी जा रही है।
अखिलेश कुमार, एसएसपी