बुलन्दशहर : धर्मशाला में तब्दील हुआ प्राथमिक विद्यालय, सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद भी शिक्षा का स्तर सुधर नहीं पा रहा
बुलंदशहर : सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद भी शिक्षा का स्तर सुधर नहीं पा रहा है। सरकारी विद्यालयों में कहीं अध्यापकों नहीं आते, तो कही छात्रों का टोटा लगा रहता है। सोमवार को चौढेरा के विद्यालय में जहां परीक्षा होनी थी, वहां पर भंडारे की तैयारी चल रही थी। विद्यालय प्रांगण को वाहनों ने टैक्सी स्टैंड बनाया हुआ है। इससे विद्यालय के छात्र-छात्राओं का शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है।
छतारी के गांव चौढेरा के प्राथमिक विद्यालय नंबर एक में कुल 126 छात्रों का रजिस्ट्रेशन है। सोमवार को कक्षा पांच का अंग्रेजी और कक्षा चार का गणित का पेपर था। इसके बावजूद परीक्षा के दिन स्कूल में महज तीन छात्र-छात्रा मौजूद रहे।
उधर दूसरी तरफ छतारी क्षेत्र के गांव चौढेरा में मां विचित्रा देवी का मंदिर है। जिसके चलते शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाला विद्यालय धर्मशाला में तब्दील हुआ है। विद्यालय पर श्रद्धालुओं का कब्जा है। विद्यालय में भवन में भक्तों द्वारा भंडारा कराया जा रहा है। वहीं इसके अलावा इस विद्यालय की चारदीवारी न होने के कारण साल के दोनों नवरात्र में विद्यालय प्रांगण टैक्सी स्टैंड में तब्दील हो जाता है। जिससे छात्रों की शिक्षा प्रभावित होती है, लेकिन शिकायतों के बाद भी विभागीय अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नही है। मामले में ग्राम प्रधान अजीत कुमार भी विभागीय अधिकारियों को शिकायत भेज चुके हैं। वहीं विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिलीप गिरी ने बताया मेला के कारण छात्र-छात्राओं की परीक्षा नही हो सकी है, उच्चाधिकारियों से वार्ता कर बाकी छात्र-छात्राओं की परीक्षा कराई जाएगी। विद्यालय परिसर में खड़े होने वाले वाहनों के संबंध में अधिकारियों को बताया जा चुका है। विद्यालय में भंडारा बनने के संबंध में जानकारी नहीं है।