इलाहाबाद : एनसीईआरटी पाठ्यक्रम पर आधारित नई किताबों की जांच कर रहा यूपी बोर्ड, छपाई तेज
इलाहाबाद : नए शैक्षिक सत्र से यूपी बोर्ड के 26 हजार से अधिक कालेजों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से पढ़ाई होगी। बोर्ड प्रशासन पुस्तकों की छपाई तेजी से करा रहा है। सैंपल की किताबें बोर्ड कार्यालय में पहुंच चुकी हैं, वहां उसकी जांच चल रही हैं। गलतियां सुधारने के बाद किताबों को इस माह के अंत तक बाजार में भेजने का निर्देश जारी होगा।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानि यूपी बोर्ड ने नए सत्र में नए पाठ्यक्रम की पढ़ाई का इंतजाम लगभग पूरा कर लिया है। पाठ्यक्रम तैयार कराने के बाद प्रदेश सरकार ने एनसीईआरटी से कॉपीराइट की अनुमति ली। उसके बाद जनवरी में तीन प्रकाशकों को टेंडर दिए गए। अब 18 विषयों की किताबें रही हैं।
एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के आधार पर 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं की किताबें बदली जाएंगी। इसमें 9वीं व 10वीं में पांच तथा 11वीं एवं 12वीं में 13 विषयों की किताबें में बदलाव हुआ है। हालांकि कामर्स और कृषि विषय में कोई बदलाव नहीं है। यूपी बोर्ड ने 9वीं में विज्ञान, गणित एवं सामाजिक विज्ञान, 10वीं में गणित एवं विज्ञान विषय को एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम के हिसाब से तैयार किया है। इसी तरह 11वीं में इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान एवं जीव विज्ञान तथा 12वीं में गणित समेत भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान एवं जीव विज्ञान विषय को एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम की तर्ज पर तैयार किया है। अन्य किताबें दूसरे प्रकाशकों से छपवाई गई हैं। हंिदूी आदि सहित तमाम पाठ्यक्रम में प्रदेश आदि का महत्व बरकरार रखा गया है। बदले पाठ्यक्रम को बोर्ड प्रशासन ने वेबसाइट पर अपलोड करा दिया है, ताकि शिक्षक व छात्र-छात्रएं उससे अवगत हो सकें। साथ ही हर कालेज को एक प्रति भी भेजी जा रही है।
पिछले दिनों प्रकाशकों के यहां तैयार हुई नई किताबें मुख्यालय पर आ गई हैं। अब पाठ्यक्रम समितियां उनकी जांच कर रही हैं, सुधार के बाद वह इस माह के अंत तक बाजार में उपलब्ध होंगी।’जांच कर किताबों की गलतियां सुधारने में जुटी हुई हैं पाठ्यक्रम समितियां 1’इस माह के अंत तक बाजार में पहुंच जाएंगी किताबें