लखनऊ : आनलाइन परीक्षा में पहले भी लगती रही है ‘सेंध
हिन्दुस्तान टीम, लखनऊ । नौकरियों के लिए कराई जाने वाली आनलाइन परीक्षाओं में पहले भी सेंध लगती रही है। खुलासा होने के बाद भी परीक्षा कराने वाली सरकारी संस्थाओं ने परीक्षाओं की शुचिता व पवित्रता बनाए रखने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
एसटीएफ ने ही 23 अगस्त 2017 को पुलिस में सब इंस्पेक्टर पद पर भर्ती के लिए कराई गई आनलाइन लिखित परीक्षा का प्रश्नपत्र हैक करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। इसमें परीक्षा केंद्र बनाए गए ओम ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस आगरा के स्टाफ के अलावा गिरोह के मास्टर माइंड का भाई गौरव आनंद भी शामिल था। मामले का खुलासा करते हुए एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने बताया था कि परीक्षा प्रणाली में दो तरह से सेंध लगाई गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के माध्यम से कराई गई परीक्षा में आनलाइन सेंधमारी के अलावा इसके पेपर भी लीक हुए थे। पेपर लीक के मामले में भी एक अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया गया था। आनलाइन सेंधमारी गैंग का सरगना सौरभ जाखड़ रेलवे की आनलाइन परीक्षा में सेंध लगाने के मामले में भी वांछित था।
*मुंबई की कंपनी करा रही थी एसआई भर्ती परीक्षा*
भर्ती बोर्ड ने यह परीक्षा कराने की जिम्मेदारी मुंबई की कंपनी एनएसईआईटी को दे रखी थी। सात जुलाई 2017 से 31 जुलाई 2017 के बीच यह परीक्षा प्रदेश के विभिन्न जिलों के 97 परीक्षा केंद्रों पर आनलाइन कराई जानी थी। कंपनी ने आगरा के ओम ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस से भी परीक्षा कराने का अनुबंध किया था। 24 जुलाई 2017 को परीक्षा के दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि परीक्षा के प्रश्नपत्र साइबर अपराधियों द्वारा ‘हैक करके लीक कर दिए गए हैं तथा पेपर लीक करने वाले गैंग द्वारा अभ्यर्थियों से भारी धनराशि वसूली जा रही है। यह भी पता चला कि 21 जुलाई को हो चुकी परीक्षा में भी ऐसा ही हुआ था। इस तथ्य की जानकारी होने पर मुंबई की कंपनी एनएसईआईटी द्वारा साइबर क्राइम थाना लखनऊ में विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई। परीक्षा कराने वाली कंपनी के स्तर से साइबर सुरक्षा तंत्र में लापरवाही का फायदा उठाकर अभ्यर्थियों के पेपर दूसरी जगह से आनलाइन हल किए गए।