लखनऊ : राजभर ने मोदी और योगी को पुरानी पेंशन के लिए पत्र लिखा, पुरानी पेंशन खत्म होने से लाखों कर्मचारियों और शिक्षकों में निराशा
- पुरानी पेंशन खत्म होने से लाखों कर्मचारियों और शिक्षकों में निराशा
- नई पेंशन योजना अभी तक यूपी में ठीक से लागू नहीं हो सकी है
- रिटायर होने पर नई पेंशन योजना में जीवन यापन के पर्याप्त पेंशन नहीं मिलेगी
विशेष संवाददाता - राज्य मुख्यालय । पुरानी पेंशन धीरे-धीरे बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। पुरानी पेंशन के लिए देशभर में अभियान चला रही संस्था अटेवा- पेंशन बचाओ मंच के बैनर तले लाखों कर्मचारी और शिक्षक आंदोलनरत हैं। इसी कड़ी में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए निर्देश देने का अनुरोध किया है। यह पत्र कैबिनेट मंत्री श्री राजभर ने पुरानी पेंशन बहाली अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के नेतृत्व में उनसे मिले प्रतिनिधिमंडल के अनुरोध पर लिखा है।
प्रतिनिधिमंडल ने श्री राजभर के नौ ए कालिदास मार्ग स्थिति आवास पर मुलाकात उनके समक्ष सारे तथ्य रखते हुए कहा कि पुरानी पेंशन खत्म होने से पहली अप्रैल, 2005 के बाद नियुक्त हुए लाखों शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों में असुरक्षा की भावना है। केंद्र सरकार द्वारा पुरानी पेंशन के स्थान पर लागू की गई नई पेंशन योजना अभी तक ठीक से यूपी में लागू नहीं हो पाई है। पुरानी पेंशन खत्म होने और नई पेंशन योजना प्रदेश में ठीक से लागू नहीं होने लाखों शिक्षकों और कर्मचारियों को सरकार के इस फैसला का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी अवगत कराया कि कई प्रदेश ऐसे भी हैं, जहां पर अभी तक नई पेंशन योजना लागू नहीं की गई है। ये प्रदेश पुरानी पेंशन योजना ही चला रहे हैं। जिससे वहां के कर्मचारियों और शिक्षकों में सुरक्षा की भावना है। नई पेंशन योजना कर्मचारी और शिक्षकों के साथ धोखा है। रिटायर होने के बाद कर्मचारी और शिक्षकों को नई पेंशन योजना के तहत जीवन यापन करने के लिए पर्याप्त पेंशन नहीं मिल सकेगी। प्रतिनिधिमंडल में अटेवा के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश यादव, डा.नीरज पति त्रिपाठी, डा.रमेश चंद्र त्रिपाठी, पवन, राकेश विश्वकर्मा आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।