पारिश्रमिक न मिलने से शिक्षक खफा, नहीं जांचीं कॉपियां
बलरामपुर : उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ व वित्तविहीन शिक्षकों ने यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया। वर्ष 2016 व 2017 के मूल्यांकन के पारिश्रमिक भुगतान, प्रोन्नति वेतनमान व एसीपी निर्धारण न होने से नाराज शिक्षकों ने पहले दिन शनिवार को कॉपियां नहीं जांचीं। शिक्षक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने समेत अन्य मांगों पर अड़े रहे। मूल्यांकन केंद्र पहुंचे डीआइओएस एचएन त्रिपाठी का घेराव कर नारेबाजी की। नगर के एमपीपी इंटर कॉलेज को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। जहां शनिवार से यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शुरू होना था। मूल्यांकन केंद्र पहुंचे माध्यमिक शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में कॉपियां जांचने से मना कर दिया। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष भगवती प्रसाद शुक्ल ने कहाकि वर्ष 2016 व 2017 के पारिश्रमिक व 2016-17 के कक्ष निरीक्षक बिल का भुगतान, प्रोन्नति वेतनमान व एसीपी का निर्धारण नहीं किया गया है। जिले के प्रधानाचार्यों व अध्यापकों का वेतन अकारण रोक दिया गया जिससे शिक्षक आहत हैं। जिला मंत्री अशोक कुमार पांडेय ने कहाकि नवीन पेंशन योजना के तहत 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों की अभी तक एनपीएस कटौती नहीं की गई। पत्रावली लंबित होने से जीपीएफ के खाते से लोन लेने में कठिनाई होती है। सेवानिवृत्त शिक्षकों व कर्मचरियों के जीपीएफ व सामूहिक बीमा का भुगतान नहीं किया गया। कहाकि जब तक समस्याओं का निस्तारण नहीं हो जाता, उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा। उधर उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट के जिलाध्यक्ष राजेंद्र बहादुर श्रीवास्तव व महामंत्री जयचंद शुक्ल ने वित्तविहीन शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय देने, अध्यापकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नई सेवा नियमावली बनाने व पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिलाने की मांग की। कहाकि मांगें पूरी न होने तक शिक्षक मूल्यांकन का बहिष्कार करेंगे। डालमणि पाठक, रामकुमार गुप्त, ओमप्रकाश वर्मा, रिजवान खान, सत्यप्रकाश तिवारी, मुनेश्वर पांडेय समेत तमाम शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।