बाराबंकी : परीक्षा केंद्रों पर सीधे नजर रखेगा विश्वविद्यालय
हिन्दुस्तान संवाद, बाराबंकी। करीब तीन साल पहले एक महाविद्यालय में हो रही परीक्षा में जमकर नकल हो रही थी। हिन्दी का पेपर था। नकलमाफियाओं की पूरी दृष्टि डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद से आने वाले फ्लाइंग स्काट पर थी। लेकिन अब यह खेल नहीं हो सकेगा। अब परीक्षा केंद्रों पर माइक युक्त सीसीटीवी लगाने के निर्देश सभी महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने दे दिए हैं।
*कई महाविद्यालयों में कैमरा लगवाने की प्रक्रिया शुरू*
डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद के परीक्षा नियंत्रक ने महाविद्यालयों के प्राचार्य व प्रबंधकों को आईपी बेस्ड कैमरों की संख्या, इंटरनेट लिंक फार डीवीआर/एनवीआर, पासवर्ड के साथ यूजर नेम व डीवीआर/एनवीआर के लिए मोबाइल नंबर, बैकप के लिए यूपीएस/इनवर्टर की उपलब्धता व आडियो माइक उपलब्ध है या नहीं जानकारी मांगी। विश्वविद्यालय की सख्ती को देखते हुए कुछ महाविद्यालयों ने सीसीटीवी व आडियो माइक लगवाने की प्रक्रिया शुरू भी कर दी है।
*देनी होगी रिकार्डिंग की कॉपी*
जनेस्मा कालेज के सूत्रों की माने तो विश्वविद्यालय ने महाविद्यालयों को सीसीटीवी व आडियो माइक लगाने के निर्देश दिए हैं। विश्वविद्यालय द्वारा किसी भी परीक्षा की सीडी मांगी जा सकती है। ऐसे में महाविद्यालयों को सीडी सुरक्षित रखनी होगी।
देख सकेंगे परीक्षा का हाल :
अभी तक परीक्षा में नकल रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर आंतरिक सचल दल व विश्वविद्यालय द्वारा सचल दल का गठन किया जाता रहा है। लेकिन नकल माफिया विश्वविद्यालय के सचल दल पर नजर रखते थे। इस दल के विश्वविद्यालय से निकलते ही नकल माफियाओं को इसकी जानकारी हो जाती थी। इससे नकल होने के बाद भी उन्हें पकड़पाना बड़ा मुश्किल होता था। लेकिन इस बार से ऐसा नहीं होगा। विभागीय लोगों की माने तो इस बार से परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी व माइक लगा होगा। पूरा सिस्टम इंटरनेट से जुड़ा होगा। जिससे विश्वविद्यालय के अधिकारी अपने कक्ष में बैठ कर रास्ते में ही किसी भी केंद्र पर परीक्षा का हाल अपने मोबाइल में देख सकेंगे। इसकी जानकारी भी नकल माफियाओं को नहीं हो सकेगी। यह व्यवस्था शुरू होने से डिग्री कालेजों में हड़कंप भी है।