इलाहाबाद : यूपी बोर्ड ने रोकी स्कूलों की मान्यता प्रक्रिया
हिन्दुस्तान टीम, इलाहाबाद । घूसखोरी की शिकायत के बाद यूपी बोर्ड ने स्कूलों की मान्यता प्रक्रिया रोक दी है। इसके लिए 22 से 25 मार्च तक मान्यता समिति की बैठकें होनी थीं लेकिन सचिव यूपी बोर्ड ने बुधवार की शाम इलाहाबाद, मेरठ, वाराणसी, बरेली और गोरखपुर क्षेत्रीय कार्यालयों को पत्र जारी कर बैठकें स्थगित किए जाने की सूचना दी है।
उपमुख्यमंत्री और माध्यमिक शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को शिकायत मिली थी कि स्कूलों को मान्यता देने के नाम पर रुपये की डिमांड हो रही है। डिप्टी सीएम ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक और यूपी बोर्ड के सभापति डॉ. अवध नरेश शर्मा से जवाब तलब किया है।
घूसखोरी रोकने के मकसद से ही ही स्कूलों से मान्यता के लिए पहली बार 12 जुलाई 2017 से ऑनलाइन आवेदन लिए गए थे। तकरीबन 1800 जिन स्कूलों ने पूर्व में ऑफलाइन आवेदन किया था उन्हें भी निरस्त कर नये सिरे से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे।
हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की मान्यता के लिए क्रमश: 2238 व 2367 स्कूलों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। लेकिन 31 अक्तूबर 2017 तक इनमें से 10वीं के 1731 व 12वीं के 1966 (कुल 3697) स्कूल ऑनलाइन आवेदन की सारी औपचारिकताएं पूरी करते हुए अंतिम रूप से फार्म जमा कर सके थे।
इसके बाद 31 दिसंबर तक जिला विद्यालय निरीक्षकों से रिपोर्ट मांगी गई थी। स्कूल के प्रत्येक कमरे में सीसीटीवी और प्रधानाचार्य, शिक्षक व शिक्षणेतर कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक मशीन अनिवार्य की गई है। सचिव यूपी बोर्ड ने 22 मार्च से होने वाली मान्यता समिति की बैठकें अपरिहार्य कारणों से स्थगित करने की पुष्टि की है।
क्षेत्रीय कार्यालयवार मान्यता के आवेदन
कार्यालय हाईस्कूल इंटर
इलाहाबाद 492 625
वाराणसी 426 451
मेरठ 361 391
बरेली 138 188
गोरखपुर 314 311
कुल 1731 1966