सीतापुर : शिक्षक न फर्नीचर, कैसे होगी पढ़ाई, एक अप्रैल से जिले के पांच मॉडल स्कूलों को संचालित करने की जल्दबाजी विद्यार्थियों पर भारी पड़ेगी।
सीतापुर। एक अप्रैल से जिले के पांच मॉडल स्कूलों को संचालित करने की जल्दबाजी विद्यार्थियों पर भारी पड़ेगी। कारण यह है कि शासन ने जल्दबाजी में इन स्कूलों में पढ़ाई करने का फरमान तो सुना दिया है, लेकिन अभी तैयारियां आधी अधूरी ही हैं। इन स्कूलों में विद्यार्थियों के बैठने का न तो इंतजाम हो सका है और न ही इसके लिए शिक्षकों की नियुक्ति ही हो सकी है। ऐसे में जब विद्यार्थी स्कूल जाएंगे तो कहां पर बैठेंगे। यह सब अभी तक अधर में लटका है, जबकि सत्र शुरू होने में मात्र एक पखवारा ही बचा है।
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2014 में जनपद में पांच पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज चयनित हुए थे। यह स्कूल ब्लॉक स्तर पर ग्रामीण इलाके में बने हुए हैं। एक स्कूल का दो मंजिला भवन करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हो गया है। यहां पर विद्यार्थियों को पढ़ने के साथ ही आवासीय सुविधा भी मिलेगी। इन पांचों कॉलेजों में कक्षा छह से इंटर तक की पढ़ाई होगी। शासन ने एक अप्रैल से इन कॉलेजों में पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया है। इस पर कवायद शुरू हो गई है। सत्र शुरू होने में केवल 15 दिन ही बचे हैं, लेकिन अभी तक इन स्कूलों में विद्यार्थियों के बैठने के लिए फर्नीचर का इंतजाम नहीं हो सका है। जबकि बिल्डिंग का स्टीमेट तैयार करते समय फर्नीचर को भी जोड़ा गया था। यह भवन दो साल पहले ही बनकर तैयार हो चुके हैं। जब स्कूलों में फर्नीचर की व्यवस्था नहीं होगी तो विद्यार्थियों के बैठने का संकट खड़ा हो जाएगा। इसके अलावा इन स्कूलों में शिक्षकों की भी नियुक्ति नहीं हो सकी है। शासन की यह जल्दबाजी शिक्षा व्यवस्था पर भारी पड़ेगी।
यहां बने हैं मॉडल स्कूल
पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज लहरपुर विकासखंड में पतवारा, महमूदाबाद में पचदेवरा चौबेपुर, रामपुर मथुरा विकासखंड में सहनकारी, सिधौली के जंजौर व पहला विकासखंड के अकवापुर में बने हैं। इस सत्र में कक्षा नौ में एडमिशन प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
*अब मिला है बजट*
फर्नीचर के लिए प्रति कॉलेज चार लाख का बजट अभी दो दिन पहले आया है। अब टेंडर निकाल क र फर्नीचर की खरीद की जाएगी।
-अशोक मिश्र, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी
शिक्षकों के भेजे गए हैं नाम
मॉडल स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति जेडी स्तर से होनी है। कोई नई भर्ती नहीं हुई है। ऐसे में राजकीय कॉलेजों के शिक्षकों को अटैचमेंट करके शासन को सूचना भेज दी गई है।
- देवकी सिंह, डीआईओएस