सिद्धार्थनगर : शिक्षकों को पढ़ाया जागरूकता का पाठ, जिला प्रशासन जापानी इंसेफलाइटिस के खिलाफ जंग की तैयारी में
सिद्धार्थनगर : जिला प्रशासन जापानी इंसेफलाइटिस के खिलाफ जंग की तैयारी में है। इसके लिए विभिन्न स्तरों पर जागरूकता फैलाने के लिए शिक्षकों, ग्राम प्रधानों, आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकर्ताओं व कोटेदारों की फौज तैयार की जा रही है। इसके लिए हर दिन उनको प्रशिक्षित किया जा रहा है।जागरूकता के जरिए ही इस पर नियंत्रण संभव है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने इस पर पूरा जोर लगा दिया है। इसके अलावा टीकाकरण को भी हथियार बनाया जा रहा है।
इटवा कार्यालय के अनुसार बीआरसी परिसर में बुद्धवार को जेई व एईएस की रोकथाम के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला में मौजूद शिक्षकों को संबोधित करते हुए डा. बीके वैद्य ने कहा कि जापानी इंसेफलाइटिस एवं एक्यूट इंसेफलाइटिस ¨सड्रोम (एईएस) के प्रभावी नियंत्रण के लिए लोगों को जागरूक करना आवश्यक है। बिना जागरूकता के इस बीमारी को समाप्त नहीं किया जा सकता। 15 वर्ष तक के बच्चों को बुखार होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में उसकी जांच कराएं। बच्चों को इसके टीके अवश्य लगवाएं, जिससे बीमारी से बचाव हो सके। शिक्षक प्रतिदिन प्रार्थना में बच्चों को इससे बचाव की जानकारियां देंगे। प्रशिक्षक अनिल यादव व प्रदीप जाटव ने विधिवत जानकारी दी। करूणेश मौर्य, अब्दुल फरीद खां, रमेश चंद्र, शैलेंद्र प्रकाश, विवेक कुमार, मुकेश यादव, प्रेम, मिथिलेश मिश्रा, सुरेंद्र वर्मा, नसीम अहमद, अब्दुल बारी, देवीलाल, ओमप्रकाश, छोटे राजा, रमेश गौतम सहित अन्य शिक्षक मौजूद रहे। शोहरतगढ़ कार्यालय के अनुसार तहसील सभागार में सीएचसी अधीक्षक ने उचित दर विक्रेताओं को जागरूक किया। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी सुनीता ¨सह ने कहा कि सभी उचित दर विक्रेता प्रशिक्षण लेकर लोगों को इसके प्रति जागरूक करें। स्वच्छता अपनाकर ही इससे बचा जा सकता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीसीपीएम किरण मोहन पांडेय ने लोगों को शुद्ध जल व मच्छरदानी का प्रयोग करने की बात कही। जेई की रोकथाम के लिए टीकाकरण पर भी जोर दिया गया। राजेन्द्र प्रसाद, लालबहादुर, घनश्याम, रामदास, रामपियारे, ढुनमुन, अर्जुन पांडेय, कमलेश, हरकिशुन लाल, धनराज, मनौवर, शिवप्रसाद आदि लोग मौजूद रहे।