मेरठ : हिंदी में भी फेल हो रहे हैं छात्र, परीक्षक बोले- इस बार बेहतर नहीं होगा परीक्षा परिणाम
हिन्दुस्तान टीम, मेरठ । यूपी बोर्ड परीक्षा वर्ष 2018 के मूल्यांकन के दौरान तरह-तरह के मामले सामने आ रहे हैं। जीआईसी में अर्थशास्त्र 12वीं की एक कॉपी में एक छात्र के उत्तर कटे हुए मिले। आशंका है कि छात्र को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है, क्योंकि छात्र के उत्तर सही बताए जा रहे हैं। परीक्षक के अनुसार, यह जानबूझ कर किया हुआ कार्य लग रहा है। हालांकि इस मामले में जांच के आदेश भी हो गए हैं। परीक्षकों के अनुसार, परीक्षा परिणाम इस बार बेहतर नहीं होगा।
बताया जा रहा है कि कठिन विषयों के अलावा यदि देखा जाए तो हिंदी विषय में भी परीक्षार्थी फेल हो रहे हैं। हाईस्कूल हिंदी में परीक्षकों ने बताया कि हिंदी में भी छात्रों के अंक अच्छे नहीं आ रहे हैं। पिछले साल की तरह इस बार कोशिश भी की जाए, तो अंक नहीं दे पा रहे हैं। इसके अलावा हिंदी में इमला बोल नकल की आशंका भी लग रही है, क्योंकि व्याकरण में काफी गलतियां हैं और एक जैसी गलती मिल रही है। इससे अंदाजा लगाया गया है कि संभवत इमला बोलकर नकल हुई हो।
सामाजिक विज्ञान, होम साइंस, संस्कृत में परीक्षक कम मूल्यांकन में सामाजिक विज्ञान, होम साइंस, संस्कृत में परीक्षकों की बहुत कमी है। राम सहाय इंटर कॉलेज में तो सामाजिक विज्ञान विषय में परीक्षकों की कमी है, जिसके लिए केंद्र व्यवस्थापक ने कहा भी है कि यदि कोई इच्छुक है तो वह सामाजिक विज्ञान में मूल्यांकन के लिए पहुंचे। नियमों के आधार पर मूल्यांकन के लिए नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा चारों केंद्रों पर परीक्षकों की कमी रही।