इलाहाबाद : भर्तियों की सीबीआइ जांच के प्रति केंद्र सरकार की बेरुखी से नाराज अभ्यर्थियों ने एसएससी चेयरमैन की प्रतीकात्मक शव यात्र निकाली
इलाहाबाद : कर्मचारी चयन आयोग से हुई भर्तियों की सीबीआइ जांच के प्रति केंद्र सरकार की बेरुखी से नाराज अभ्यर्थियों ने सोमवार शाम एसएससी के चेयरमैन अशीम खुराना की प्रतीकात्मक शव यात्र निकाली। इलाहाबाद के लाउदर रोड स्थित एसएससी के मध्य क्षेत्रीय कार्यालय से बालसन चौराहा तक मार्च कर प्रतियोगियों ने चेयरमैन के प्रतीक शव को गंदे नाले में फेंका। इस दौरान खूब नारेबाजी की। कार्यालय के बाहर आंदोलन जारी है।
एसएससी कार्यालय के बाहर यूपी और बिहार के हजारों अभ्यर्थियों का आंदोलन तीखा हो रहा है। देश के कई अन्य बड़े शहरों में हो रहे इसी तरह के आंदोलन से प्रतियोगियों में जोश और जज्बा बरकरार है। सोमवार को पूरे दिन सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने के बाद प्रतियोगियों ने शाम को चेयरमैन असीम खुराना की प्रतीकात्मक शव यात्र निकालने का निर्णय लेकर आंदोलन में ओर धार लाने की कोशिश की।
थोड़ी देर बाद ही सैकड़ों अभ्यर्थी प्रतीक स्वरूप शव लेकर नारेबाजी करते हुए बालसन चौराहे की तरफ रवाना हो गए। वहां तैनात पुलिस कर्मी भी आंदोलनकारियों के आगे पीछे चले।
आंदोलनकारियों के हाथ में विभिन्न नारे लिखी तख्तियां थीं जिन पर ‘एसएससी तू तो बेवफा निकली’, ‘असीम खुराना जहर खुराना’, ‘अपना हक लेकर रहेंगे’, ‘हम करें तैयारी एसएससी बेचे नौकरी’ आदि नारे लिखे थे। बालसन चौराहा से आगे बढ़कर प्रतियोगियों ने चेयरमैन के प्रतीक स्वरूप शव को गंदे नाले में फेंककर कहा कि जिस तरह से आयोग की भर्ती परीक्षाओं में गंदगी फैली है उसी तरह से चेयरमैन को भी प्रतियोगी गंदगी की ओर धकेलेंगे।
हाईकोर्ट से मांगेंगे न्याय : एसएससी के खिलाफ आंदोलन कर रहे प्रतियोगियों के प्रतिनिधिमंडल सदस्य सौरभ मिश्र का कहना है कि उनकी मांगें न तो प्रशासन सुन रहा है न ही राज्य और केंद्र सरकार। ऐसे में उनके सामने अब कोर्ट से न्याय मांगने का रास्ता बचता है। कहा कि उनकी मांग जल्द पूरी नहीं की गई तो हाईकोर्ट में सामूहिक रूप से प्रतियोगी याचिका दाखिल करेंगे।