वाराणसी : प्राथमिक विद्यालयों में चयनित अध्यापकों के अंकपत्रों अंकपत्रों के सत्यापन में उलझी एसआइटी
वाराणसी : अंकपत्रों के सत्यापन को लेकर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन हीलाहवाली कर रहा है। करीब तीन हजार अंकपत्र अब भी लंबित हैं। इसे लेकर विशेष अनुसंधान दल (एसआइटी) ने विश्वविद्यालय पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
एसआइटी ने कुलसचिव से अब तक की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। विवि की डिग्री के आधार पर प्राथमिक विद्यालयों में चयनित अध्यापकों के अंकपत्रों का एसआइटी दोबारा सत्यापन करा रही है। गत फरवरी 2017 में एसआइटी ने वर्ष 2004 से 2014 तक चयनित अध्यापकों का डाटा विवि को भेजा था। करीब 4000 अंकपत्रों के दोबारा सत्यापन को एसआइटी के अपर पुलिस अधीक्षक ने विवि को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि बिजनौर व रामपुर को छोड़कर किसी भी जनपद की अब तक रिपोर्ट नहीं मिली है। यह भी पूछा गया है कि विवि के पास अभिलेख हैं या नहीं। कटिंग व पेज बदले जाने के संबंध में की गई जांच की रिपोर्ट व इसके लिए जिम्मेदार का नाम भी पूछा गया है।