महराजगंज : बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर ठगी
महराजगंज : नेपाल से सटे तराई के इस जनपद समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर ठगी की जा रही है। ठगी के इस अवैध कारोबार में शामिल नटवर लाल का सहयोग साइबर कैफे के कुछ संचालक कर रहे हैं और आनलाइन फार्म भरा कर अभिभावकों की जेब ढीली कर रहे हैं। प्रत्येक अभिभावक से पांच हजार रुपये वसूलने की जानकारी महराजगंज समेत कई जिलों से शासन को भेजी गई तो प्रदेश के प्रमुख सचिव रेणुका कुमार ने इसे गंभीरता से लिया और प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेज कर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में लिखा है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर एक लाख रुपये की सहायता प्रदान किए जाने से संबंधित फर्जी आवेदन फार्म कुछ लोगों द्वारा वितरित किया जा रहा है जो पूरी तरह अवैधानिक है। इस योजना में भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा नकद भुगतान करने का कोई प्रावधान नहीं है। इस तरह के तमाम भरे हुए फर्जी आवेदन फार्म कई जिलों से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार व प्रदेश सरकार को प्राप्त हो चुके हैं। इस योजना के नाम पर फर्जी फार्म भराने वाले गिरोह व साइबर कैफे के प्रोपराइटर के खिलाफ तत्काल विधिक कार्रवाई की जाए।
प्रमुख सचिव के सर्वोच्च प्राथमिकता के इस पत्र के प्राप्त होने के बाद जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार ¨सह ने मुख्य विकास अधिकारी व जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित किया कि फर्जी फार्म भराने वालों को सूचीबद्ध करा कर सख्त कार्रवाई कराएं। योजना के नाम पर आवेदन फार्म भराकर अभिभावकों से चार से पांच हजार रुपये वसूलने वाले गिरोहों को सूचीबद्ध कराया जा रहा है। आनलाइन फार्म भरा कर अभिभावकों से ठगी में जुटे साइबर कैफे की जांच कराई जा रही है। इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। जिला प्रोबेशन अधिकारी अजातशत्रु शाही ने कहा कि इस पर प्रभावी रोक के लिए प्रधान डाकघर के डाकपाल को भी पत्र लिखा है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर भरे जाने वाले फर्जी फार्म को महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तर प्रदेश व महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार को रजिस्ट्री न करें।
महराजगंज : नेपाल से सटे तराई के इस जनपद समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर ठगी की जा रही है। ठगी के इस अवैध कारोबार में शामिल नटवर लाल का सहयोग साइबर कैफे के कुछ संचालक कर रहे हैं और आनलाइन फार्म भरा कर अभिभावकों की जेब ढीली कर रहे हैं। प्रत्येक अभिभावक से पांच हजार रुपये वसूलने की जानकारी महराजगंज समेत कई जिलों से शासन को भेजी गई तो प्रदेश के प्रमुख सचिव रेणुका कुमार ने इसे गंभीरता से लिया और प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेज कर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में लिखा है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर एक लाख रुपये की सहायता प्रदान किए जाने से संबंधित फर्जी आवेदन फार्म कुछ लोगों द्वारा वितरित किया जा रहा है जो पूरी तरह अवैधानिक है। इस योजना में भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा नकद भुगतान करने का कोई प्रावधान नहीं है। इस तरह के तमाम भरे हुए फर्जी आवेदन फार्म कई जिलों से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार व प्रदेश सरकार को प्राप्त हो चुके हैं। इस योजना के नाम पर फर्जी फार्म भराने वाले गिरोह व साइबर कैफे के प्रोपराइटर के खिलाफ तत्काल विधिक कार्रवाई की जाए।
प्रमुख सचिव के सर्वोच्च प्राथमिकता के इस पत्र के प्राप्त होने के बाद जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार ¨सह ने मुख्य विकास अधिकारी व जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित किया कि फर्जी फार्म भराने वालों को सूचीबद्ध करा कर सख्त कार्रवाई कराएं। योजना के नाम पर आवेदन फार्म भराकर अभिभावकों से चार से पांच हजार रुपये वसूलने वाले गिरोहों को सूचीबद्ध कराया जा रहा है। आनलाइन फार्म भरा कर अभिभावकों से ठगी में जुटे साइबर कैफे की जांच कराई जा रही है। इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। जिला प्रोबेशन अधिकारी अजातशत्रु शाही ने कहा कि इस पर प्रभावी रोक के लिए प्रधान डाकघर के डाकपाल को भी पत्र लिखा है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर भरे जाने वाले फर्जी फार्म को महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तर प्रदेश व महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार को रजिस्ट्री न करें।