लखनऊ : बायोमीट्रिक को ‘अंगूठा’ कागज पर ही हाजिरी, सरकार के दावे फेल, मनमानी तरीके से दर्ज हो रही उपस्थिति, स्कूलों में भी शिक्षकों की मनमर्जी
स्कूलों में भी शिक्षकों की मनमर्जी
राज्य सरकार द्वारा सभी कार्यालयों व शिक्षण संस्थानों में बायोमीटिक उपस्थिति दर्ज करवाने के आदेश एक साल पहले दिए गए थे, लेकिन शिक्षा भवन में स्थित बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय व राजधानी में प्राइमरी स्कूलों में बायोमीटिक उपस्थिति दर्ज करने की अभी तक कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं दूसरी ओर डीआइओएस कार्यालय व राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में बायोमीटिक उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था की गई है। वहीं राजधानी में लखनऊ विश्वविद्यालय व अन्य विश्वविद्यालयों में अभी बायोमीटिक उपस्थिति की कोई व्यवस्था नहीं है। इसी तरह डिग्री कॉलेजों में भी बायोमीटिक उपस्थिति दर्ज करवाने की व्यवस्था नहीं की गई।
डीएम कार्यालय में भी रजिस्टर
दूसरे विभागों की क्या बात की जाए खुद डीएम कार्यालय में ही अब तक हाजिरी रजिस्टर ही चल रहा है। कहा जाता है कि कलेक्ट्रेट दूसरे विभागों के सामने उदाहरण पेश करता है, लेकिन यहीं पर बायोमीटिक सिस्टम नहीं है। यही वजह है कि कर्मचारी कब आते हैं और कब जाते हैं यह भगवान भरोसे है।बिजली महकमा भी उदासीन 1बिजली महकमे के उपकेंद्रों पर भी बायोमीटिक व्यवस्था फिलहाल अमल में नहीं लाई जा सकी। राजधानी के 118 बिजली घरों में यह व्यवस्था करने के लिए जल्द ही प्रयास किए जाएंगे। फिल्ड ड्यूटी होने के कारण काम के घंटे कही ज्यादा हो जाते हैं। मुख्यालय में बायोमीटिक प्रणाली की व्यवस्था है। मध्यांचल के अन्य जिलों में भी इसे लागू करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। खासतौर से कार्यालयों में।1परिवहन विभाग में नहीं शुरू हो पाई व्यवस्था1बायोमीटिक प्रणाली से होने वाली उपस्थिति परिवहन विभाग में अभी शुरू नहीं हो सकी है। टिहरी कोठी स्थित मुख्यालय में सिस्टम लगा दिया गया है लेकिन उपस्थित अभी इससे दर्ज होना शुरू नहीं हो सका है। यही नहीं प्रदेश के आरटीओ कार्यालयों में भी इस दिशा में कोई काम आगे नहीं बढ़ा है। हालांकि, लखनऊ के संभागीय परिवहन कार्यालय में बायोमीटिक प्रणाली से उपस्थित दर्ज किया जाना शुरू कर दिया गया है।
रोडवेज मुख्यालय में मशीन लगी पर नहीं दर्ज होती उपस्थिति
रोडवेज के आरएम कार्यालय में तो उपस्थित बायोमीटिक प्रणाली से ही दर्ज होती है, लेकिन मुख्यालय में मशीन तो लगा दी गई है लेकिन सभी की उपस्थित इससे नहीं होती है। यही हाल रोडवेज के डिपो का है। किसी भी स्थान पर अभी बायोमीटिक उपस्थित दर्ज नहीं की जा रही है।