औरैया : शिक्षकों से साक्षात्कार में पूछे गए प्रवक्ता स्तर के सवाल, परिषदीय स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम के रूप में माडल स्कूल बनाने की प्रक्रिया चल रही
जागरण संवाददाता, औरैया : परिषदीय स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम के रूप में माडल स्कूल बनाने की प्रक्रिया चल रही है। इसी के तहत बीते गुरुवार को स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षकों की परीक्षा कराई गई थी। इस दौरान 107 शिक्षकों ने परीक्षा दी थी। रविवार को शिक्षकों का साक्षात्कार लिया गया। इस दौरान साक्षात्कार ले रही टीम ने शिक्षकों से प्रवक्ता लेबिल के सवाल पूछे।
परिषदीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए शासन द्वारा अंग्रेजी माध्यम माडल स्कूल प्रक्रिया तेजी के साथ शुरू हुई है। इसके लिए प्रत्येक ब्लाक में पांच -पांच स्कूलों का चयन किया जाना था। विभाग ने जनपद से चालीस स्कूलों का चयन कर सूची बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भेज दी। विभाग ने इसके साथ ही अंग्रेजी शिक्षकों की व्यवस्था शुरू की। इसके लिए विभाग को 160 सहायक अध्यापक तथा चालीस प्रधानाध्यापक की जरूरत है। विभाग ने शिक्षकों से इसमें पढ़ाने के लिए आवेदन मांगे थे। शिक्षकों ने इसमें पढ़ाने की कम रुचि दिखाई। इसी के तहत सिर्फ 130 आवेदन विभाग के पास आए। बीते गुरुवार को शिक्षकों की परीक्षा कराई गई। परीक्षा में 107 ही शिक्षक उपस्थित हुए थे। इसमें से 63 शिक्षक प्रधानाध्यापक पद के लिए तथा 44 शिक्षक सहायक अध्यापक पद के लिए आए थे। रविवार को इन शिक्षकों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। जहां साक्षात्कार ले रही चार सदस्यीय टीम ने साक्षात्कार के लिए पहुंचे शिक्षकों से इंटर तक के अंग्रेजी प्रश्न न पूछ कर एमफिल लेबिल तक के प्रश्न पूछ लिए। इस पर कई शिक्षक प्रश्नों का जवाब नहीं दे पाए। साक्षात्कार ले रहे डायट के प्राचार्य महेश गुप्ता, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एस पी यादव, जीआईसी सहार से अंग्रेजी की प्रवक्ता मीना यादव व जीआईसी बिधूना से अंग्रेजी की प्रवक्ता गरिमा गुप्ता ने शिक्षकों से तरह -तरह के प्रश्न पूछे। इस संबंध में जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एस पी यादव से जानकारी करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल नोट रीचेबिल जाता रहा।
शिक्षकों ने लगाया धांधलगर्दी का आरोप
परिषदीय स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम से रूप में माडल स्कूल बनाने की प्रक्रिया चल रही है। इसी के तहत रविवार को शिक्षक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर साक्षात्कार के लिए आए। इस दौरान कई शिक्षकों ने साक्षात्कार कर रही टीम पर धांधलगर्दी का आरोप लगाया। शिक्षकों का कहना था कि यह लोग पक्षपात तरीके से शिक्षकों से प्रश्न पूछ रहे हैं। किसी से एक प्रश्न ही पूछ कर बाहर भेज दिया जाता है तो किसी शिक्षक से पन्द्रह से बीस प्रश्न पूछे जाते हैं। कहा कि जो प्रश्न पूछे जा रहे थे उससे यही लग रहा था कि यह आईएएस या पीसीएस का साक्षात्कार हो रहा हो।
भूखे प्यासे रहकर दिया साक्षात्कार
परिषदीय विद्यालय में अंग्रेजी माध्यम से माडल स्कूल में पढ़ाने के लिए साक्षात्कार देने आए दूर दराज के शिक्षकों को वहां पर न तो बैठने की जगह थी और दूर -दूर तक पानी की व्यवस्था नहीं थी। वहां पर आए शिक्षकों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों को बुलाया गया है। उनके लिए न तो पानी पीने की व्यवस्था है और न ही बैठने के लिए उचित प्रबंध है। शिक्षिकाएं भी तेज धूप के कारण परेशान नजर आ रही थी।