इलाहाबाद : PCS 2017 में प्रशासनिक अफसर बनने का अभ्यर्थियों का सपना टूटा, कोर्ट जाने की अभ्यर्थी कर रहे तैयारी
इलाहाबाद : पीसीएस 2017 की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण कर प्रशासनिक अफसर बनने का कई अभ्यर्थियों का सपना थोड़ी सी चूक के चलते चकनाचूर हो गया। मुख्य परीक्षा के लिए निर्धारित तारीख तक आवेदन न कर पाने वाले अभ्यर्थियों और आवेदन में जिले व विषय का कोड गलत भर देने वाले 180 अभ्यर्थियों का प्रत्यावेदन उप्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा समिति ने खारिज कर दिया है।
सम्मिलित राज्य / प्रवर अधीनस्थ सेवा 2017 की मुख्य परीक्षा 17 मई 2018 को होनी है। इसमें शामिल होने के लिए प्रारंभिक परीक्षा में सफल कुल 14032 अभ्यर्थियों से आयोग ने ऑनलाइन आवेदन 29 जनवरी से पांच फरवरी तक मांगे थे जिनमें अभ्यर्थियों को दो वैकल्पिक विषयों और परीक्षा केंद्र के लिए जिले का नाम चयनित कर आवेदन करना था। कई अभ्यर्थियों ने आयोग में प्रत्यावेदन देकर कहा था कि वे निर्धारित तारीख तक आवेदन नहीं कर सके हैं, इसलिए उन्हें मौका दिया जाए। जबकि तमाम अभ्यर्थियों ने वैकल्पिक विषय और जिले का कोड गलत भर दिया था ऐसे अभ्यर्थियों ने आयोग से आग्रह किया था कि उनके आवेदन फार्म में सुधार किया जाए। इन दोनों मामलों में प्रत्यावेदन देने वाले अभ्यर्थियों संख्या 180 है। आयोग में मंगलवार को परीक्षा समिति की हुई बैठक में ऐसे सभी प्रत्यावेदन खारिज कर दिए गए। परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार ने जानकारी दी है कि मेंस में आवेदन के लिए अतिरिक्त अवसर दिए जाने का कोई औचित्य नहीं पाया गया।
कोर्ट जाने की अभ्यर्थी कर रहे तैयारी : पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा में शामिल होने से वंचित अभ्यर्थी परीक्षा समिति के निर्णय के खिलाफ और अपने भविष्य को देखते हुए कोर्ट जाने पर विचार करने लगे हैं।