बहराइच : चमका कैमरे का फ्लैश तो शिक्षिका बोलीं मैं रसूखदार घराने से हूं, चितौरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय गंभीरवा बाजार की घटना, 100 में आए थे 20 बच्चे
संसू, रिसियामोड़ (बहराइच ) : सर्वशिक्षा अभियान का चारों ओर जोर है। स्कूल चलो, स्कूल चलो की धूम मची है। इसके बीच परिषदीय विद्यालयों की तस्वीर सुधर नहीं रही है। कहीं मिड डे मील नहीं बन पा रहा है तो कहीं शुद्ध पेयजल के लिए हैंडपंप पानी नहीं दे रहे हैं। बच्चे शिक्षक के इंतजार में बैठे रहते हैं। जो आते भी हैं वह गप्प मारकर वापस चले जाते हैं। मंगलवार को जागरण टीम ने परिषदीय स्कूलों का रियलिटी चेक किया तो शिक्षा अभियान का सच धरातल पर उतरता नहीं दिखा। प्रस्तुत है रिपोर्ट - 1चित्तौरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय गंभीरवा बाज़ार में दोपहर 12.15 बजे शिक्षिका क्षमा सिंह एक कमरे में बैठी थी। सामने वाले दूसरे कक्ष में कुछ बच्चे एक-दूसरे पर किताब फेंककर आपस में खेल रहे थे। जब शिक्षण कार्य के समय खेलकूद में व्यस्त बच्चों की फोटो खींची गई तो दूसरे कमरे में बैठी शिक्षिका आकर बिना इजाजत कैसे फोटो ले लिया, विद्यालय की कवरेज करना यहां पर सख्त मना है। अपना पहचान पत्र दिखाओ नहीं तो पुलिस में कंप्लेंट करके मुकदमा दर्ज करा दूंगी। इस विद्यालय में कितने बच्चे पंजीकृत हैं, पूछने पर उन्होंने बताया कि तुरंत यहां से चले जाओ, ये सब बीएसए ही पूछ सकते हैं। तुमको नहीं पता है कि मैं रसूखदार घराने से ताल्लुक रखती हूं। मेरे घर के लोगों की पहुंच ऊपर तक है। बहरहाल यहां पर 100 से ऊपर बच्चे पंजीकृत हैं, जिसमें से सिर्फ बीस बच्चे ही आए थे।1इसी के बगल में बना संकुल केंद्र टेपरहा जो पूर्व माध्यमिक विद्यालय है। यहां पर 12.30 तक प्रधान शिक्षका रजिया बेगम विद्यालय नहीं आई थीं। विद्यालय में सहायक शिक्षिका शबनम मौजूद मिली। सहायक शिक्षक रजनीश पाठक मोबाइल में व्यस्त थे यहां पर 122 बच्चे पंजीकृत हैं। शिक्षिका ने बताया कि 55 बच्चे उपस्थित हैं, जबकि कमरे में कुल मिलाकर पच्चीस बच्चों से ज्यादा नहीं दिखे। इन बच्चों को कैमरे में कैद किया गया। 1इसी परिसर में बना कन्या प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षिका प्रियमवदा बरामदे में बैठी मोबाइल चला रही थी। शिक्षामित्र जेबा मौजूद थी। क्लास रूम खाली पड़ा था। जब मिड डे मील के बारे में पूछा गया तो बताया गया कि किसी कारणवश मिड डे मील नहीं बना होगा।संसू, रिसियामोड़ (बहराइच ) : सर्वशिक्षा अभियान का चारों ओर जोर है। स्कूल चलो, स्कूल चलो की धूम मची है। इसके बीच परिषदीय विद्यालयों की तस्वीर सुधर नहीं रही है। कहीं मिड डे मील नहीं बन पा रहा है तो कहीं शुद्ध पेयजल के लिए हैंडपंप पानी नहीं दे रहे हैं। बच्चे शिक्षक के इंतजार में बैठे रहते हैं। जो आते भी हैं वह गप्प मारकर वापस चले जाते हैं। मंगलवार को जागरण टीम ने परिषदीय स्कूलों का रियलिटी चेक किया तो शिक्षा अभियान का सच धरातल पर उतरता नहीं दिखा। प्रस्तुत है रिपोर्ट - 1चित्तौरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय गंभीरवा बाज़ार में दोपहर 12.15 बजे शिक्षिका क्षमा सिंह एक कमरे में बैठी थी। सामने वाले दूसरे कक्ष में कुछ बच्चे एक-दूसरे पर किताब फेंककर आपस में खेल रहे थे। जब शिक्षण कार्य के समय खेलकूद में व्यस्त बच्चों की फोटो खींची गई तो दूसरे कमरे में बैठी शिक्षिका आकर बिना इजाजत कैसे फोटो ले लिया, विद्यालय की कवरेज करना यहां पर सख्त मना है। अपना पहचान पत्र दिखाओ नहीं तो पुलिस में कंप्लेंट करके मुकदमा दर्ज करा दूंगी। इस विद्यालय में कितने बच्चे पंजीकृत हैं, पूछने पर उन्होंने बताया कि तुरंत यहां से चले जाओ, ये सब बीएसए ही पूछ सकते हैं। तुमको नहीं पता है कि मैं रसूखदार घराने से ताल्लुक रखती हूं। मेरे घर के लोगों की पहुंच ऊपर तक है। बहरहाल यहां पर 100 से ऊपर बच्चे पंजीकृत हैं, जिसमें से सिर्फ बीस बच्चे ही आए थे।1इसी के बगल में बना संकुल केंद्र टेपरहा जो पूर्व माध्यमिक विद्यालय है। यहां पर 12.30 तक प्रधान शिक्षका रजिया बेगम विद्यालय नहीं आई थीं। विद्यालय में सहायक शिक्षिका शबनम मौजूद मिली। सहायक शिक्षक रजनीश पाठक मोबाइल में व्यस्त थे यहां पर 122 बच्चे पंजीकृत हैं। शिक्षिका ने बताया कि 55 बच्चे उपस्थित हैं, जबकि कमरे में कुल मिलाकर पच्चीस बच्चों से ज्यादा नहीं दिखे। इन बच्चों को कैमरे में कैद किया गया। 1इसी परिसर में बना कन्या प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षिका प्रियमवदा बरामदे में बैठी मोबाइल चला रही थी। शिक्षामित्र जेबा मौजूद थी। क्लास रूम खाली पड़ा था। जब मिड डे मील के बारे में पूछा गया तो बताया गया कि किसी कारणवश मिड डे मील नहीं बना होगा।प्राथमिक विद्यालय गंभीरवा बाजार के दीवार पर लिखे डिस्प्ले बोर्ड पर अभी भी लिखा है पूर्व जिलाधिकारी अजयदीप सिंह का नामचित्ताैरा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय प्रथम गंभीरवा बाजार के अतिरिक्त कक्ष में लगा तालाकन्या प्राथमिक विद्यालय गंभीरवा बाजार में मिड डे मिल न बनने से इंट्रोल में घर चले जाने से खाली पडा क्लास रूम ’ जागरण