लखनऊ : बीएड, अभ्यर्थियों ने कहा, पांच साल का सबसे मुश्किल पेपर, 11 प्रतिशत ने छोड़ी परीक्षा, 682 के नतीजे होगे रद
लखनऊ। बीएड की राज्य प्रवेश परीक्षा (जेईई)- 2018 का आयोजन बुधवार को किया गया। परीक्षा के पेपर ने अभ्यर्थियों के पसीने छोड़ा दिया। अभ्यर्थियों ने इसे पिछले पांच साल का सबसे मुश्किल पेपर बताया है। इसमें जनरल एप्टिट्यूड का सेक्शन सबसे ज्यादा मुश्किल रहा। इससे कटऑफ गिरने के आसार बताए जा रहे हैं।
परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई। पहली पाली की परीक्षा सुबह 8 से 11 बजे और दूसरे दोपहर एक से चार बजे के बीच हुई। परीक्षा में कुल 2.33 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। 2,09,581 अभ्यर्थी शामिल हुए।
बीएड के राज्य प्रवेश समन्वयक प्रो. एनके खरे ने बताया कि 1,273 अभ्यर्थियों को संदिग्ध की श्रेणी में डाला गया था। ये अभ्यर्थी जिन केंद्रों पर भी परीक्षा दे रहे थे वहां गुप्त रूप से इनकी सूचना पहुंचाई गई। आधे से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा देने ही नहीं आए। वहीं इलाहाबाद केंद्र पर चार मुन्ना भाई पकड़े गए। इसमें एक अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र में टेंपरिंग का मामला पकड़ा गया। प्रवेश पत्र में अभ्यर्थी का विषय कॉमर्स था जबकि रिकॉर्ड में आर्ट्स था। इनके खिलाफ केंद्र के जिम्मेदारों की ओर से एफआईआर दर्ज करा दी गई है। प्रो. खरे ने बताया कि 682 अभ्यर्थी ऐसे है जिनका रिजल्ट रद कर दिया जाएगा। क्योंकि इन सभी पहली पाली की परीक्षा छोड़ दी। इन्होंने सिर्फ दूसरी पाली की परीक्षा ही दी है।
*मुश्किल पेपर ने छुड़ाए पसीना*
पहली पाली के पेपर में सामान्य ज्ञान और भाषा से जुड़े सवाल थे। जनरल नॉलेज में पिछले एक साल की घटनाओं पर सवाल रहे। भाषा वर्ग सबसे आसान रहा।
- प्रीति, अभ्यर्थी
जनरल एप्टिट्यूट में इस बार लॉजिकल रीजनिंग के सवाल सबसे ज्यादा मुश्किल रही। हर साल जैसे सवाल बीएड में आते थे उससे कहीं ज्यादा मुश्किल सवाल इस बार पूछे गए हैं।
- राजीव, अभ्यर्थी
हम कह सकते हैं कि पेपर पिछले चार-पांच सालों के मुकाबले सबसे मुश्किल था। सवालों में उलछाने की काफी कोशिश की गई।
- शुभम, अभ्यर्थी
*आगे का कार्यक्रम*
नतीजे : सात से आठ मई के बीच
काउंसलिंग : एक जून