इलाहाबाद : 12720 नियुक्तियों का होगा रास्ता साफ, प्रदेश में सरकार बदलने के बाद अगस्त 2017 में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को भंग कर दिया गया था।
इलाहाबाद । बोर्ड के गठन से अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों व प्रधानाचार्यो की 12720 नियुक्तियों का रास्ता साफ हो सकेगा। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद अगस्त 2017 में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को भंग कर दिया गया था। उस समय तक टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) के 7950 और प्रवक्ता के 1344 यानी कुल 9294 पदों पर आवेदन लिए जा चुके थे। इन पदों पर कुल 11.91 लाख लोगों ने आवेदन किए हैं।
अक्टूबर 2017 में परीक्षा कराने की तैयारी की थी लेकिन, शासन के निर्देश पर बोर्ड भंग होने से यह भर्ती अटक गई। वहीं टीजीटी-पीजीटी 2011 के तहत 1800 से अधिक पदों के लिए परीक्षा हो चुकी है। साक्षात्कार के बाद कुछ विषयों के परिणाम भी जारी हो चुके हैं। कई विषयों का परिणाम रुका है जिसे बोर्ड के नए अध्यक्ष और सदस्यों के कार्यभार ग्रहण करने और बैठक में प्रस्ताव पारित होने के बाद शुरू किए जाने की संभावना है। इसी क्रम में प्रधानाचार्य पदों की भर्ती भी है। चयन बोर्ड ने 2011 में प्रधानाचार्य के 975 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला था, जिसमें कानपुर मंडल के अतिरिक्त सभी अन्य मंडलों के साक्षात्कार पूरे हो चुके हैं। इसका परिणाम हाईकोर्ट के आदेश पर जारी होना है।
चयन बोर्ड भंग रहने के कारण हाईकोर्ट ने 13 अक्टूबर, 2017 को कहा था कि जब तक चयन बोर्ड का गठन नहीं हो जाता है तो परिणाम कौन जारी करेगा। फिलहाल प्रदेश के सैकड़ों सहायता प्राप्त इंटर कालेज ऐसे हैं जहां नियमित प्रधानाचार्यो की नियुक्ति न होने के चलते वहां कार्यवाहक प्रधानाचार्यो से ही काम चलाया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से पीजीटी 2013 की अंतिम परिणाम इतिहास विषय का जारी होना है। 60 पदों पर प्रवक्ता भर्ती के लिए बोर्ड में परिणाम बनकर तैयार है।