चन्दौली : चार माह से पुष्टाहार नहीं, कैसे दूर होगा कुपोषण, बोलीं माताएं, बनियाखेड़ा ब्लाक में 301 केंद्रों पर पंजीकृत हैं 36 हजार बच्चे
जागरण संवाददाता, चन्दौसी : एक तरफ तो सरकार बच्चों का कुपोषण दूर करने को प्राथमिकता पर ले रही है, वहीं दूसरी ओर पिछले चार माह से मासूमों को आंगनबाड़ी केंद्रों से पुष्टाहार नहीं मिला है। ऐसी स्थिति में बच्चों का कुपोषण दूर कैसे हो पाएगा। न तो इसके प्रति सरकार गंभीर दिखाई दे रही है और न ही विभागीय अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान दे रहे हैं।बच्चों का कुपोषण मिटाने की जिम्मेदारी बाल विकास विभाग की है। विभाग के अंतर्गत प्रत्येक गांव में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। जिन पर एक कार्यकर्ता तथा एक आशा नियुक्त है। इनकी जिम्मेदारी तीन वर्ष तक के बच्चों को पुष्टाहार वितरित करके उनका कुपोषण मिटाने की है। प्रत्येक माह बच्चों का वजन करने, गर्भवती महिलाओं को भी पुष्टाहार वितरित करने की जिम्मेदारी भी कार्यकर्ता व सहायिका की है लेकिन पिछले चार माह से बच्चों व गर्भवती महिलाओं को पुष्टाहार वितरित नहीं हो पा रहा है। बनियाखेड़ा ब्लाक क्षेत्र में 0 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिन पर लगभग हजार बच्चे पंजीकृत हैं। इन बच्चों को पिछले चार माह से पुष्टाहार नहीं मिला है। विभागीय अधिकारी भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।चन्दौसी : मौलागढ़ गांव निवासी रीना ने कहा कि पिछले चार माह से उसके बच्चे को पुष्टाहार नहीं मिला है। जबकि वह नियमित आंगनबाड़ी केंद्र पर आता है। एक दो बार आंगनबाड़ी से पुष्टाहार नहीं मिलने के बारे में जानकारी तो उन्होंने बताया कि पुष्टाहार आना बंद हो गया है। ज्योति ने कहा कि मेरे बच्चे को पुष्टाहार मिलना बंद हो गया है, प्रतिमाह वजन तो किया जा रहा है, रोजाना केंद्र पर जाकर पुष्टाहार आने की जानकारी करने के बाद संतोजनक कोई जवाब नहीं मिलता है। ¨बदु ने कहा कि जब से पुष्टाहार मिलना बंद हुआ है, बहुत कम बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाते हैं। पुष्टाहार मिलने के लालच में बच्चे केंद्र पर नियमित पहुंच जाते थे। सुदामा ने कहा कि पुष्टाहार वितरित करने वाली सरकार की योजना सही है। पुष्टाहार का वितरण शीघ्र ही शुरू होना चाहिए। गुड़िया ने कहा कि सरकार ने बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए पुष्टाहार वितरण की योजना संचालित कर रखी है, बच्चों को पुष्टाहार ही नहीं मिलेगा तो उनका कुपोषण कैसे दूर हो पाएगा। गुंजन ने कहा कि सरकार को यह योजना बंद नहीं करनी चाहिए, जिससे कि गर्भवती महिलाओं व बच्चों को पुष्टाहार मिलता रहे।. रीना . सुदामा . गुड़िया . बिंदु . ज्योति . गुंजन ’ जागरणजनवरी माह से बाल विकास परियोजना कार्यालय को पुष्टाहार मिला नहीं है, जिसके कारण बच्चों को भी पुष्टाहार वितरित नहीं किया जा रहा है। योजना बंद होगी या नहीं, इसके लिए कोई गाइडलाइन नहीं मिली है। पुष्टाहार मिलने पर आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों व गर्भवती महिलाओं को वितरित कराया जाएगा।-रचना यादव, सीडीपीओ, ब्लाक बनियाखेड़ा।