बरेली : प्रेरक मांग रहे थे बकाया मानदेय, चली गई नौकरी, 32 महीने के बकाया मानदेय की मांग कर रहे शिक्षा प्रेरकों को बड़ा झटका लगा
हिन्दुस्तान टीम,बरेली । 32 महीने के बकाया मानदेय की मांग कर रहे शिक्षा प्रेरकों को बड़ा झटका लगा है। साक्षरता विभाग ने प्रदेशभर के एक लाख से ज्यादा शिक्षा प्रेरकों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। बरेली के भी दो हजार से ज्यादा शिक्षा प्रेरक इससे प्रभावित होंगे।
सरकार ने हर ग्राम पंचायत में एक महिला और एक पुरुष शिक्षा प्रेरक रखा था। इनको लोगों को साक्षर करने की जिम्मेदारी दी गई थी। इन लोगों को प्रति महीने दो हजार रुपये का मानदेय दिया जाता था। मगर 32 महीनों से इन को मानदेय नहीं मिला था। इसे लेकर शिक्षा प्रेरक लगातार संघर्ष कर रहे थे। शिक्षा प्रेरक 2 अप्रैल से दिल्ली में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की योजना बना रहे थे। उससे पहले ही सरकार ने उनकी सेवाएं समाप्त करने की घोषणा कर दी। शिक्षा प्रेरक आसिफ, आशा, दानिश, रवि आदि ने बताया कि सरकार के शोषण का पुरजोर विरोध किया जाएगा। 2 अप्रैल को दिल्ली में ऐतिहासिक प्रदर्शन होगा। इसमें प्रदेश के सभी शिक्षा प्रेरक शामिल होंगे।